ग्वालियर। परिवहन विभाग के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और कमिश्नर मुकेश जैन की शिकायत CBI से करने के बाद गायब हुए कमिश्नर के निजी सचिव सत्यनारायण शर्मा का अब तक कोई पता नहीं चल पाया है। उनकी पत्नी श्रीमती सुषमा शर्मा ने मानव अधिकार आयोग में शिकायत की है कि एक झूठी FIR दर्ज करके उनके पति को प्रताड़ित किया जा रहा है।
मध्य प्रदेश परिवहन विभाग में ताजा विवाद की कहानी
पत्रकार धर्मवीर कुशवाहा ने पुलिस को एक शिकायत की कि CBI सहित कुल 9 एड्रेस पर उनके नाम से ही स्पीड पोस्ट किया गया है परंतु यह डाक उन्होंने नहीं भेजी। उनके नाम का दुरुपयोग किया गया है। शिकायत पर डाक विभाग ने तत्काल स्पीड पोस्ट की डिलीवरी स्टॉप करा दी। पुलिस ने इस मामले में बड़ी गंभीरता से कार्रवाई की। सीसीटीवी रिकॉर्ड के आधार पर एक व्यक्ति को पकड़ा गया जिसका नाम अजय सालुंके बताएगा।
पुलिस ने दावा किया कि पकड़ा गया अजय सालुंके, परिवहन विभाग के आयुक्त के निजी सचिव सत्यनारायण शर्मा का ड्राइवर है। उसने बयान दिया है कि सभी स्पीड पोस्ट सत्यनारायण शर्मा के आदेश के अनुसार किए गए थे। ऐसा वह पहले भी करता रहा है। परिवहन विभाग से जुड़े पत्रकारों ने दावा किया कि सभी शिकायतें फर्जी हैं। पुलिस FIR में सत्यनारायण शर्मा को नामजद किया गया। तभी से सत्यनारायण शर्मा गायब है।
इस मामले में परिवहन मंत्री का कोई भी आधिकारिक बयान अब तक सामने नहीं आया है। पुलिस सत्यनारायण शर्मा की तलाश कर रही है। ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें.