ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के जयारोग्य अस्पताल से कोरोना मरीज गायब हो गया है। यह मरीज अब लोगों के बीच संक्रमण फैला सकता है। यह मरीज बीती रात को बिरला अस्पताल से माधव डिस्पेंसरी की कैजुअल्टी में पहुंचा था। मरीज के हाथ में कोविड पाजिटिव की रिपोर्ट थी।
कैजुअल्टी से मरीज को न्यूरोलाजी विभाग भेजा गया, जहां पर मरीज पहुंचा भी और डाक्टरों ने उसका चेकअप भी किया। इसके बाद वह अचानक से गायब हो गया। जबकि कोविड मरीज को अलग स्थान पर भर्ती कर इलाज देना था और उस पर निगरानी रखना थी, लेकिन यहां भी लापरवाही बरती गई, जिसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ सकता है। उधर मरीज के गायब हाेने की जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग मामले की जानकारी जुटा रहा है।
श्याेपुर का रहने वाला था मरीज
श्याेपुर का रहने वाला दिनेश पुत्र भैरोलाल जाटव उम्र 22 साल ने फांसी लगाने का प्रयास किया था। जिसके बाद स्वजन उसे फंदे से उतारकर तत्काल निजी अस्पताल लेकर पहुंचे थे, जिससे जान बचाई जा सके। मरीज की हालत काे देखते हुए उसे बिरला अस्पताल के लिए रैफर कर दिया गया था। बिरला अस्पताल में उसका रैपिड टेस्ट किया गया था। जिसमें मरीज की रिपाेर्ट कोविड पाजिटिव आई थी। इसके बाद बिरला अस्पताल प्रबंधन ने उसे भर्ती करके इलाज करना शुरू कर दिया था। हालांकि कुछ देर बाद अस्पताल प्रबंधन काे पता चला कि मरीज वार्ड से गायब है। जब अस्पताल प्रबंधन ने पड़ताल शुरू की ताे मालूम चला कि मरीज जयाराेग्य अस्पताल पहुंच चुका है।
वर्जन-
निजी अस्पताल से फांसी का केस आया था। जांच में उसे कोविड की पुष्टी हुई। मामला संदिग्ध दिखाई दे रहा था, फिर भी मरीज का इलाज शुरू कर दिया था। इसी बीच मरीज काे रैफर किए बिना ही स्वजन उसे ले गए।
वेदप्रकाश पांडे, बिरला अस्पताल
वर्जन-
न्यूरोलाजी में इस नाम से कोई भी मरीज भर्ती नहीं हुआ है। यदि कैजुअल्टी से यहां तक आता तो भर्ती किया जाता।
डा अरविंद गुप्ता, न्यूरोलाजिस्ट जेएएच, ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें.