इंदौर। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मानदेय बढ़ाने, कोरोना महामारी के दौरान काम करने के भुगतान सहित अन्य मांगों को लेकर एक महीने से हड़ताल पर चल रही, यह हड़ताल प्रदेश व्यापी थी। अलग-अलग जिलों में जिला स्तरीय संगठन इस हड़ताल को संचालित कर रहे थे।
इंदौर में कलेक्टर कार्यालय के बाहर गंजी कंपाउंड में हड़ताल कर रही आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद यह हड़ताल वापस ली, लेकिन उन्होंने साफ किया कि हड़ताल स्थगित की है, हमारी मांगें नहीं मानी गई तो हम फिर से हड़ताल पर जा सकती हैं।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओ द्वारा लंबे समय से मानदेय में वृद्धि की मांग शासन से की जा रही थी. इस मुद्दे पर महिला एवं बाल विकास विभाग के उच्च अधिकारियों और मंत्री को अवगत कराया गया, लेकिन उनकी मांगों पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। उपेक्षा से आहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने आंदोलन का रास्ता पकड़ा। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के संगठन पदाधिकारियों ने बताया कि शासन की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में हमसे काम लिया जाता है, लेकिन मानदेय के नाम पर सरकार वादा करके पीछे हट जाती है। इंदौर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया indore news पर क्लिक करें.