इंदौर। अक्षर नर्सिंग कॉलेज मामले में नर्सिंग काउंसिल की कार्रवाई का असर दिखाई दिया। भोपाल से टीम के पहुंचने के बाद जैसे ही इंदौर जिला प्रशासन ने निर्देशानुसार कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने की तैयारी शुरू की, मैनेजमेंट समझौता करने की स्थिति में आ गया। 26 विद्यार्थियों की मार्कशीट दे दी गई है। शेष विद्यार्थियों की मार्कशीट अगले हफ्ते देने का वादा किया गया है।
भोपाल से नर्सिंग कौंसिल के अधिकारियों के साथ तहसीलदार की टीम अक्षर नर्सिंग कॉलेज पहुंची और सील खोली। इस दौरान जांच के घेरे में आई MYH की सीनियर नर्स किरण सांगले को अधिकारियों ने कई बार फोन लगाए लेकिन उनका मोबाइल बंद ही रहा। बाद में उनकी ओर से एडवोकेट कॉलेज पहुंचे। बताया गया है कि छानबीन में टीम को कई मार्कशीट्स व दस्तावेज मिले हैं।
जिला प्रशासन की सख्ती के बाद नर्सिंग कौंसिल ने कॉलेज प्रबंधन के एडवोकेट से बात की तो उन्होंने कहा कि वे स्टूडेंट्स की फीस लौटाने को तैयार है। अब इन्हें अन्य नर्सिंग कॉलेज में एडमिशन दिलाने को लेकर विचार किया जा रहा है। उधर, फैकल्टी के रूप में चाचा नेहरू अस्पताल की निशा गुप्ता, MYH की रश्मि मेडा व चंपा मौर्य को पहले ही नोटिस जारी हो चुके हैं। उच्च शिक्षा, सरकारी और प्राइवेट नौकरी एवं करियर से जुड़ी खबरों और अपडेट के लिए कृपया MP Career News पर क्लिक करें.