जबलपुर। मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में नव संवत्सर के दिन 5 घंटे से ज्यादा तक तनाव की स्थिति बनी रही। भारतीय जनता पार्टी और उससे जुड़े हुए संगठनों के नेताओं ने बड़ा फुहारा पर चक्का जाम कर दिया। प्रदर्शनकारियों को शांत करें और चक्का जाम खुलवाने के लिए कलेक्टर इलैया राजा टी को प्रदर्शन स्थल पर आकर माफी मांगनी पड़ी।
JABALPUR नगर निगम के खिलाफ भाजपा ने चक्का जाम किया
भारतीय जनता पार्टी और उसको सपोर्ट करने वाले संगठनों के नेताओं ने वर्ष प्रतिपदा के दिन शहर भर में होर्डिंग और बैनर पोस्टर लगाए थे। हाई कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार शहर में अवैध तरीके से लगाए गए होर्डिंग और बैनर पोस्टर को तत्काल हटा कर लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जानी थी। नगर निगम बैनर पोस्टरों को हटाने के लिए निकली लेकिन उसने गलती कर दी, टीम के साथ कचरा गाड़ी को भेज दिया गया। टीम ने भगवा झंडा और देवी देवताओं के फोटो वाले होर्डिंग और बैनर पोस्टर निकाल कर कचरा गाड़ी में डाल दिए। बस फिर क्या था शहर में बवाल मच गया। बधाई की जगह दुहाई दी जाने लगी।
बड़ा फुहारा पर चक्का जाम कर दिया क्या। जो कार्यकर्ता घर से लोगों को गुड़ी पड़वा की बधाई देने के लिए निकले थे। प्रदर्शन स्थल पर बैठ गए और भजन कीर्तन करने लगे। कलेक्टर ने उन्हें समझाने के लिए एसडीएम नम: शिवाय अरजरिया को भेजा परंतु प्रदर्शनकारियों ने एसडीएम को वापस लौटा दिया। शर्त रखी कि जब तक कलेक्टर और नगर निगम के कमिश्नर चौराहे पर आकर माफी मांगनी होगी। इधर कलेक्टर ने प्रदर्शन स्थल पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स भेज दी। बदले में भाजपा के कई बड़े नेता चक्का जाम में शामिल हो गए यहां तक की सांसद राकेश सिंह प्रदर्शनकारियों के साथ जाकर खड़े हो गए।
पूरे 5 घंटे के बाद बाद दोपहर 2 बजे के करीब कलेक्टर इलैयाराजा टी व एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा पहुंचे। कलेक्टर ने प्रदर्शनकारियों से नगर निगम की अभद्रता के लिए माफी मांगकर कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब जाकर प्रदर्शन समाप्त हुआ। जबलपुर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया JABALPUR NEWS पर क्लिक करें.