भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के मैदान में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भारतीय जनता पार्टी से मुकाबला करने के लिए कमलनाथ के प्रचार अभियान की कमान प्रशांत किशोर को सौंपी जा रही है। सब कुछ फाइनल हो गया है, केवल कुछ शर्तों पर चर्चा और फैसला बाकी है। याद दिलाएं, ममता बनर्जी और प्रशांत किशोर की डील कमलनाथ नहीं करवाई थी।
सोनिया गांधी चाहती हैं मध्यप्रदेश में कमलनाथ की सरकार बने
खबर मिली है कि दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मौजूदगी में मंगलवार को इसी मसले पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के साथ प्रभारी महासचिव मुकुल वासनिक व संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की चर्चा हुई है। आने वाले कुछ दिनों में PK को लेकर फैसला हो जाएगा। यदि ऐसा हो जाता है तो वे तुरंत मप्र में सक्रिय होंगे। इसी हिसाब से प्रदेश कांग्रेस का चुनावी रोडमैप तय होगा।
शिवराज सिंह और भाजपा के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकते हैं प्रशांत किशोर
मध्य प्रदेश में इस खबर के पहले तक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए कोई मुकाबला नहीं था। शिवराज सिंह की जीत सुनिश्चित थी और कमलनाथ उनसे लड़ने की एक्टिंग करते हुए दिखाई दे रहे थे लेकिन प्रशांत किशोर के सक्रिय होने के बाद हालात बदल जाएंगे। पॉलिटिक्स के पुरोहितों का अनुमान है कि यदि प्रशांत किशोर को फ्री हैंड मिल गया तो वह मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह और भाजपा के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकते हैं। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.