भोपाल। मध्य प्रदेश के 90000 सरकारी प्राइमरी स्कूलों में फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमैरेसी प्रोग्राम (Foundational Literacy and Numeracy Program) लागू हो गया है। कक्षा 1 से लेकर कक्षा 5 तक के सभी स्कूलों में पढ़ने वाले 1000000 स्टूडेंट्स को इसी प्रोग्राम के तहत पढ़ाया जाएगा। राज्य शिक्षा केंद्र का दावा है कि इस प्रोग्राम से बच्चे ज्यादा इंटेलिजेंट होंगे।
मध्य प्रदेश शासन के राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा निपुण भारत अभियान के अंतर्गत मिशन अंकुर के नाम से मुहिम शुरू की गई है। यह मुहिम मूल रूप से फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमैरेसी प्रोग्राम है। शायद लोगों को समझ में नहीं आता इसलिए सरल नाम (मिशन अंकुर) रखा गया है। इस प्रोग्राम की खास बातें क्या है यह तो क्लासिफाइड नहीं किया गया लेकिन राज्य शिक्षा केंद्र के अपर मिशन संचालक श्री लोकेश जांगिड़ का दावा है कि इस प्रोग्राम के कारण मध्य प्रदेश के 1000000 बच्चे ज्यादा इंटेलिजेंट बनेंगे।
इस प्रोग्राम के तहत पढ़ाने के लिए टीचर्स को ट्रेनिंग दी जा रही है। पहला ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू हो चुका है। जल्दी ही प्रदेश के सभी 90,000 शासकीय प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को ट्रेंड कर दिया जाएगा। जांगिड़ के मुताबिक हिंदी भाषा और गणित को लेकर कॉन्सेप्ट तैयार है। इसके तहत स्कूलों में और क्लासेस में अलग-अलग एक्टिविटीज होंगी। ये विद्यार्थी हिंदी भाषा को सिर्फ अटक-अटक कर पढ़ें नहीं बल्कि उसे समझकर धाराप्रवाह बोल सकें। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.