जबलपुर। ग्राम पंचायत तिलगवां में मनरेगा के तहत होने वाले विकास कार्यों में भ्रष्टाचार के मामले में EOW की जांच पूरी हो गई है। मध्य प्रदेश शासन के आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ने ₹200000 की भ्रष्टाचार के मामले में तीन अधिकारी, सरपंच-सचिव और दो व्यापारियों के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश कर दिया है।
JABALPUR NEWS- इन अधिकारियों और ठेकेदार के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था
MP EOW एसपी देवेंद्र सिंह राजपूत के मुताबिक ग्राम पंचायत तिलगवां में मनरेगा से संबंधित कार्यों में भ्रष्टाचार संबंधी शिकायत पर 2017 में प्रकरण दर्ज किया गया था। प्रकरण में APO मनरेगा प्रशांत शर्मा, उपयंत्री अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी पंकज मुड़िया, तत्कालीन CEO जनपद पंचायत पनागर मेहबूब खान, तिलगवां के सरपंच कृष्णा यादव, सचिव ग्राम पंचायत तिलगवां कल्लू राय सहित अन्य दो सप्लायर के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जी दस्तावेज तैयार करना, साजिश रचने और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का मामला दर्ज किया था।
MP NEWS- ₹200000 के भ्रष्टाचार में कई अधिकारी दोषी पाए गए
EOW की जांच में सामने आया कि तिलगवां ग्राम पंचायत में मनरेगा से संबंधित निर्माण कार्यो में भ्रष्टाचार किया हुआ था। आरोपियों ने मिलीभगत कर शासन को लगभग दो लाख रुपए की आर्थिक चपत लगाई है। पुख्ता प्रमाण मिलने और आरोप की पुष्टि विवेचना में हुई। 31 मार्च को ईओडब्ल्यू ने आरोपी पंकज मुड़िया तत्कालीन उपयंत्री जनपद पंचायत पनागर, विजय कुमार यादव प्रोपराइटर हरिओम ट्रेडर्स, महेंद्र श्रीवास प्रोप्राइटर श्री मां कंस्ट्रक्शन के खिलाफ विशेष न्यायालय जबलपुर में आरोप पत्र पेश किया था।
TILGAWAN PANCHAYAT घोटाला- CEO जनपद और सचिव के खिलाफ चालान पेश
मनरेगा से जुड़े इस भ्रष्टाचार के मामले में तत्कालीन सीईओ जनपद पंचायत पनागर रहे शेख मेहबूब खान और तत्कालीन सचिव ग्राम पंचायत तिलगवां रहे कल्लू राय के खिलाफ कोर्ट में अभियोजन दाखिल करने की अनुमति शासन से नहीं मिल पाई थी। अब जाकर अनुमति मिलने पर दोनों के खिलाफ आज विशेष न्यायालय में अभियोग पेश किया गया। जल्द ही आरोपियों के खिलाफ ट्रायल शुरू होगा। जबलपुर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया JABALPUR NEWS पर क्लिक करें.