भोपाल। कांग्रेस पार्टी में वही होता है जो कमलनाथ चाहते हैं। मध्यप्रदेश की सीट से अरुण यादव, विवेक तंखा की जगह राज्यसभा जाना चाहते थे। उन्होंने दिल्ली तक दौड़ लगाई परंतु कमलनाथ ने एक चाल ऐसी चली कि अरुण यादव का राज्यसभा का टिकट कैंसिल हो गया।
कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने बताया कि मध्यप्रदेश की इकलौती सीट से गुलाम नबी को राज्यसभा भेजा जाएगा। कमलनाथ के प्रिय विवेक तंखा भी राज्यसभा जाएंगे परंतु इस बार मध्य प्रदेश नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में सवार होकर जाएंगे। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी को राजस्थान की सीट से राज्यसभा भेजा जा रहा है। कमलनाथ नहीं चाहते प्रियंका गांधी, मध्य प्रदेश की सीट से राज्यसभा जाए। क्योंकि ऐसा होता तो कांग्रेस पार्टी में उनका एकाधिकार खतरे में पड़ जाता है।
कुल मिलाकर अरुण यादव की दिल्ली दौड़ और राहुल गांधी का आश्वासन सब बेकार हो गया। वैसे मध्य प्रदेश कांग्रेस में यह नया नहीं है। कांग्रेस पार्टी में हाईकमान की केवल उतनी ही बातें मानी जाती है, जितनी राज्य के बड़े नेताओं को पसंद आती है। अर्जुन सिंह ने राजीव गांधी के कहने के बावजूद माधवराव सिंधिया को मुख्यमंत्री नहीं बनने दिया था। इतने सालों बाद मध्य प्रदेश में राहुल गांधी के आश्वासन का भी वही हो रहा है। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें.