भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों की अटैचमेंट के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मैंने मंत्रियों की सलामी बंद कराई है, तो अफसरों के घरों में गुलामी भी नहीं चलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि अफसरों के यहां बड़ी संख्या में पुलिस कर्मचारी एवं चतुर्थ श्रेणी शासकीय कर्मचारियों को अटैच किया गया है। अधिकारी अपना रुतबा दिखाने के लिए और घर परिवार एवं रिश्तेदारों के काम करवाने के लिए सरकारी कर्मचारियों का उपयोग कर रहे हैं। यह नहीं चलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल उतने ही कर्मचारी अटैच किए जाएं जितने की नियम अनुसार पात्रता है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को मंत्रालय में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान मुख्य सचिव, डीजीपी, एडीजी इंटेलिजेंस, ओएसडी योगेश चौधरी समेत पुलिस और गृह विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि जो अधिकारी फील्ड में नहीं जा रहे हैं उनकी सूची बना कर दें।
हिंसा की घटनाओं पर मुख्यमंत्री ने कहा: नॉट एट ऑल
मध्य-प्रदेश के खरगोन में बड़ी हिंसा एवं कुछ अन्य इलाकों में छुटपुट घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समीक्षा बैठक के दौरान काफी नाराज नजर आए। उन्होंने कहा कि मैं इस तरह की घटनाएं कतई बर्दाश्त नहीं करूंगा। उन लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए जो उपद्रवी तत्वों को सपोर्ट करते हैं। अब मध्यप्रदेश में मुझे किसी कीमत पर सामुदायिक हिंसा नहीं चाहिए - नॉट एट ऑल। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.