भोपाल। सन 2018 से लगातार 2 सबसे बड़े पदों पर काबिज कमलनाथ एक पद छोड़ने के लिए राजी हो गए हैं। फिलहाल वह कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष है। इनमें से किसी एक पथ को छोड़ने के लिए तैयार हो गए हैं। माना जा रहा है कि नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ देंगे क्योंकि विधानसभा चुनाव 2023 में प्रदेश अध्यक्ष का पद महत्वपूर्ण होगा और वही मुख्यमंत्री पद का दावेदार भी होगा।
मध्य प्रदेश कांग्रेस में सोमवार को समझौते की बैठक
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि सोमवार को कमलनाथ ने एक बैठक बुलाई है। इसमें उन सभी नेताओं को बुलाया गया है जो चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं या फिर दिल्ली में हाईकमान से सीधी मेल मुलाकात रखते हैं। माना जा रहा है कि इस बैठक में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी प्रकार के समझौते होंगे। उन नेताओं के बारे में महत्वपूर्ण विचार विमर्श किया जाएगा जो चुनाव में उल्लेखनीय भूमिका निभा सकते हैं। उन्हें मनवांछित पद भी दिए जा सकते हैं।
अरुण यादव को लेकर सलकनपुर पहुंचे कमलनाथ
सन 2018 में कमलनाथ ने ना केवल अरुण यादव की कुर्सी छीन ली थी बल्कि पार्टी में उन्हें किनारे पर लगा दिया था। सिर्फ इतना ही नहीं खंडवा के लोकसभा उपचुनाव में अरुण यादव का टिकट काटकर उन्हें अपमानित भी किया गया था। अरुण यादव सही समय का इंतजार कर रहे थे। मध्यप्रदेश में राज्यसभा की सीट खाली होने वाली है। हाईकमान की ओर से अरुण यादव को राज्यसभा का आश्वासन दिया गया था। यही कारण है कि अरुण यादव पिछले दिनों सोनिया गांधी से मिले और लौटते ही भोपाल में सक्रिय हो गए। अरुण यादव की सक्रियता के बाद कमलनाथ बैकफुट पर दिखाई दिए। आज नवरात्रि के अवसर पर कमलनाथ, अरुण यादव को लेकर सलकनपुर पहुंचे। यह जताने की कोशिश की गई कि दोनों के बीच कोई दरार नहीं है।
कमलनाथ के नाम पर वोट नहीं मिलेंगे, पूरी पार्टी जरूरी है
चुनाव नजदीक आते ही कमलनाथ को समझ में आ गया कि उनके नाम पर वोट नहीं मिलेंगे। उनके कैंप के लोग भले ही कितनी भी जोर से जय-जय कमलनाथ का नारा लगाए परंतु आम जनता पर इसका कोई असर नहीं होने वाला। भारतीय जनता पार्टी को टक्कर देने के लिए कांग्रेस पार्टी का प्रत्येक प्रभावशाली नेता अनिवार्य है। यही कारण है कि रूठो को मनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सूत्रों का कहना है कि यह प्रक्रिया जिला स्तर तक चलेगी। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया mp news पर क्लिक करें.