इंदौर। इंदौर शहर के राउ क्षेत्र में असिस्टेंट महिला प्रोफेसर ने अपनी ही कॉलेज की प्रिंसिपल के खिलाफ केस दर्ज कराया है। कॉलेज की लिफ्ट गिरने से महिला प्रोफेसर की रीढ़ की हड्डी टूट गई थी। लेकिन ट्रस्टियों ने उसका उपचार नहीं कराया था। जिसके बाद प्रबंधन के खिलाफ शिकायत की गई थी। इस मामले में जांच के बाद प्रिंसिपल को आरोपी बनाया गया है।
TI रघुवंशी के अनुसार ममता त्रिपाठी निवासी उमिया पैलेस की शिकायत पर उमिया कन्या महाविद्यालय रंगवासा की प्रिंसिपल अनुपमा छाजेड़ पर केस दर्ज किया गया है। ममता त्रिपाठी ने बताया था कि वह कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर पदस्थ थी। 2 जुलाई 2020 को कॉलेज की लिफ्ट में सवार थी। इस दौरान लिफ्ट टूट कर नीचे गिर गई। हादसे के बाद चुपचाप उन्हें निजी अस्पताल में उपचार के लिये भर्ती कराया गया। यहां एक्स-रे में पता चला कि उनकी रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर है। प्रबंधन का नाम खराब न हो, इसके चलते प्रिंसिपल अनुपमा और ट्रस्टियों उनका पूरा उपचार कराने की बता कही। उनसे कहा गया कि किसी तरह की शिकायत नहीं करें।
मामले में प्रबंधन ने पहले सूरत में उपचार कराया। छुट्टी होने के बाद वह घर आ गई। इसके बाद कॉलेज ने उनकी सैलरी रोक दी और आगे का इलाज खुद के रुपयों से कराने की बात कही। कुछ समय पहले ममता त्रिपाठी को नौकरी से भी निकाल दिया गया। मामले में पीड़िता ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कलेक्टर को पत्र लिखे। मामले में पुलिस ने जांच शुरू की और प्रिंसिपल पर लापरवाही बरतने के मामले में केस दर्ज किया गया। इंदौर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया indore news पर क्लिक करें.