भोपाल। मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी खबर आई है। सरकार द्वारा निर्धारित एजेंसी की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट आ गई है। पूरे देश में बदनाम होने के बाद भी मध्यप्रदेश में व्यापमं घोटाला बंद नहीं हुआ। शिक्षक पात्रता परीक्षा के दौरान भी घोटाला हुआ और इस बार नई तकनीक का उपयोग किया गया।
MPPEB TET-VARG-3 स्क्रीनशॉट घोटाले की जांच रिपोर्ट में क्या लिखा है
प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड भोपाल द्वारा आयोजित प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी MPTET-VARG-3 के दौरान एक पेपर का जो स्क्रीनशॉट वायरल हुआ था उस मामले में शासन द्वारा निर्धारित की गई जांच एजेंसी MAP-IT की प्राइमरी इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट आ गई है। इसमें बताया गया है कि वह स्क्रीनशॉट एक संगठित तरीके से की जा रही गड़बड़ी के दौरान कैप्चर किया गया था।
MPPEB व्यापम घोटाला 2022 कैसे हुआ, यहां पढ़िए
रोल नंबर 23165920 का परीक्षार्थी अपने परीक्षा कक्ष में आवंटित कंप्यूटर पर बैठा हुआ था लेकिन कुछ भी नहीं कर रहा था, सिर्फ बैठा हुआ था। उसका कंप्यूटर इंटरनेल लैन के जरिए दूसरे कंप्यूटर से जुड़ा हुआ था। दूसरे कंप्यूटर पर बैठा हुआ व्यक्ति परीक्षा दे रहा था। टेक्निकल लैंग्वेज में इसे किसी भी कंप्यूटर को सिस्टम रिमोट एक्सेस करना कहते हैं। ऑनलाइन एप्लीकेशन एनीडेक्स के माध्यम से यही काम किया जाता है और ऑफलाइन इंटरनेल लैन के माध्यम से किया जाता है।
MP VYAPAM SCAM 2022- केवल 1 परीक्षार्थी या बड़ा घोटाला
अब सवाल उठता है कि क्या यह केवल एक परीक्षार्थी के मामले में हुआ है या फिर कोई बड़ा घोटाला है। टेक्निकल रिपोर्ट के अनुसार स्टूडेंट ने कुछ भी नहीं किया उसका कंप्यूटर पूरी तरह से सुरक्षित था। उसके कंप्यूटर का एक्सेस सेंट्रल सर्वर के जरिए एक्स्ट्रा कंप्यूटर तक पहुंचा। यानी की परीक्षा कक्ष के साथ में एक दूसरा परीक्षा कक्ष बनाया गया था। जहां पर उम्मीदवारों के प्रश्न पत्र हल किए जा रहे थे जबकि शासन द्वारा निर्धारित परीक्षा कक्ष में उम्मीदवार सिर्फ परीक्षा देने की एक्टिंग कर रहे थे। (पढ़ते रहिए भोपाल समाचार डॉट कॉम) मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.