भोपाल। सरकार चाहती है कि नागरिक उसके प्रति सजग रहें और लास्ट डेट से पहले अपने कर्तव्य का पालन करें अन्यथा जुर्माना और दंड का प्रावधान करती है परंतु वहीं सरकार नागरिकों के प्रति सजग नहीं होती। सरकार के लिए कोई लास्ट डेट नहीं होती। भोपाल में 225 लोगों की मौत के बाद, कुएं में तार फेंसिंग की तैयारी की जा रही है।
यह मामला केरवा में सड़क किनारे स्थित एक जल क्षेत्र का है। जो वन विभाग के अंतर्गत आता है। यदि आम नागरिकों की लापरवाही के कारण वन विभाग का नुकसान होता है तो संबंधित नागरिक को दंडित किया जाता है। वन विभाग की लापरवाही के कारण 225 नागरिकों की मौत हो गई। वन विभाग ने यहां सिर्फ एक बोर्ड लगाया जिस पर लिखा हुआ है, सावधान मौत का कुआं।
इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो जाने के बाद अब वन विभाग तार फेंसिंग करवा रहा है ताकि लोग पानी तक ना पहुंच पाए और मरने से बच जाएं। जबकि आम रास्तों के आसपास वन विभाग की जमीन, पानी और पेड़ों को बचाने के लिए तार फेंसिंग का प्रावधान और बजट हमेशा डिपार्टमेंट के पास रहता है।