भोपाल। इंदौर अग्निकांड के लिए भले ही पुलिस ने एक सिरफिरे आशिक को जिम्मेदार ठहराया हो परंतु प्रशासनिक अधिकारियों को पता है कि स्कूटी में आग लगने से पूरी बिल्डिंग नहीं जलती। इसके लिए कोई और भी जिम्मेदार है। राजधानी भोपाल में ऐसा ना हो इसके लिए सभी बिल्डिंगों की फिटनेस की जांच करने की तैयारी शुरू हो गई है।
नगर निगम कमिश्नर ने सभी सब फायर ऑफिसर्स से उनके इलाकों में सभी मल्टी स्टोरी में फायर फाइटिंग सिस्टम के बारे में एक रिपोर्ट मांगी है। शहर में बहुत कम काॅलोनियां और अपार्टमेंट ऐसे हैं जहां फायर फाइटिंग सिस्टम लगे हैं और जहां लगे हैं उनमें भी ज्यादातर बंद ही हैं। बिल्डर्स की मिठाई के कारण नगर निगम का फायर स्टाफ ज्यादातर नई मल्टी स्टोरी में फायर फाइटिंग सिस्टम की जांच करने नहीं जा पाता।
पिछले कुछ दिनों से भोपाल शहर में वाहनों को जलाने की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। सिरफिरे आशिक भोपाल में भी हैं। जो इंदौर में हुआ वैसा भोपाल में ना हो इसलिए अपर आयुक्त (फायर) केएस परिहार ने काम करना शुरू कर दिया है। बिल्डर्स, डॉक्टर्स और अन्य व्यावसायिक एसोसिएशन की मीटिंग बुलाई है। इसमें उन्हें फायर ऑडिट कराने और एनओसी लेने को कहा जाएगा। भोपाल की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया bhopal news पर क्लिक करें।