भोपाल। बॉलीवुड की हिंदी फिल्म चॉक एंड डस्टर में बताया गया था कि किस प्रकार स्कूल संचालक द्वारा अच्छा प्रदर्शन करने वाले अनुभवी शिक्षकों को केवल इसलिए हटा दिया जाता है क्योंकि वह सीनियर हो जाते हैं और उनके वेतन भत्ते नए टीचर्स से ज्यादा हो जाते हैं। इसका सीधा असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ता है परंतु स्कूल संचालक का का फोकस कमाई पर होता है।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में हुबहू चॉक एंड डस्टर जैसा मामला सामने आया है। शहर में पिछले 22 साल से संचालित एक प्रतिष्ठित स्कूल जिसमें हर साल 11000 बच्चों का एडमिशन इसलिए करवाया जाता है ताकि उन्हें दूसरे स्कूलों से ज्यादा अच्छे शिक्षक मिलें। जिन्हें बच्चों को पढ़ाना आता हो, जिनके पास अनुभव हो कि अलग-अलग प्रकार के बच्चों को कैसे पढ़ाया जाता है।
स्कूल ने 11 साल के एक अनुभवी शिक्षक को केवल इसलिए हटा दिया क्योंकि अनुभव ज्यादा हो जाने के कारण उसका वेतन भी ज्यादा हो गया था। फिल्म में शिक्षक के स्टूडेंट्स ने सोशल मीडिया पर उसका सपोर्ट किया और एक आंदोलन बन गया था। यहां शिक्षक को अपनी लड़ाई खुद लड़नी पड़ी लेकिन शासन ने सपोर्ट किया।
स्कूल शिक्षा विभाग ने 22 साल पुराने स्कूल की मान्यता खत्म कर दी। जिसने 11 साल के अनुभवी टीचर को केवल इसलिए निकाल दिया था क्योंकि नियमानुसार उसका वेतन ज्यादा हो गया था। आज दिनांक को विभिन्न वेबसाइट पर और रविवार 22 मई को विभिन्न समाचार पत्रों में यह खबर चर्चा का केंद्र है।
स्कूल का नाम है:- सागर पब्लिक स्कूल रोहित नगर
शिक्षक का नाम है:- नीतिश विश्वास