ग्वालियर। मध्यप्रदेश में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की सर्जरी की गई है। पूरे प्रदेश को दो जोन में बदलने के साथ अब हर कर्मचारी व अधिकारी के कार्य की प्रतिवर्ष समीक्षा की जाएगी। बोर्ड के लिए अनुपयोगी साबित होने वाले 17 कर्मचारियों को स्वेछिक सेवानिवृति दी जा रही है।
बोर्ड के अफसरों का कहना है कि हर वर्ष कार्य की समीक्षा के आधार पर अधिकारी व कर्मचारी की नौकरी तय की जाएगी। जिले स्तर पर कलेक्ट्रेट में प्रदूषण बोर्ड का कार्यालय खोले जाने का निर्णय लिया है। जिससे कलेक्टर के निर्देश पर मायनिंग से होने वाले प्रदूषण पर कंट्रोल किया जा सके। ग्वालियर के आसपास के जिलों में ग्वालियर से ही निगरानी रखी जाएगी।
शहर व उसके आसपास लगी इंडस्ट्री से फैल रहे वायु प्रदूषण को नियंत्रण करने दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे। हर जिले के शहर व ग्रामीण क्षेत्र में प्रदूषण का मापन करने के साथ उसके नियंत्रण को लेकर रणनीति बनाकर उसे अमलीजामा पहनाया जाएगा। ग्वालियर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया GWALIOR NEWS पर क्लिक करें.