ग्वालियर। संतान का जन्म मेडिकल साइंस का विषय है लेकिन कुछ लोग संतान प्राप्ति को प्रतिष्ठा से जोड़ लेते हैं और इसके लिए किसी भी प्रकार का अपराध करने से नहीं चूकते। एक महिला ने शिकायत की है कि उसके पति ने संतान प्राप्ति के लिए उसे 3 साल तक जेठ के साथ सुलाया फिर भी संतान नहीं हुई तो उसे दोषी बताते हुए घर से निकाल दिया।
27 साल की महिला तहसील गोहद जिला भिंड की रहने वाली है। उसकी शादी ग्वालियर जिले के बिजौली पुलिस थाना क्षेत्र में रहने वाले एक युवक से हुई थी। महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि शादी के 2 साल बाद तक जब कोई संतान नहीं हुई तो परिवार में तनाव की स्थिति बन गई। गोसपुरा क्षेत्र में उसके पति और जेठ ने एक किराए का मकान लिया था। जहां पर जेठ-जेठानी, उसका पति और वह चारों रहते थे।
संतान नहीं होने पर उसने डॉक्टर की मदद लेने की सलाह दी परंतु पति तैयार नहीं हुआ। ससुराल वालों ने एक नया रास्ता निकाला। संतान के लिए उसे जेठ के साथ सोने के लिए विवश किया गया। 3 साल तक यह सब कुछ चला। कई बार उसका पति और जेठानी बेडरूम में होते थे और उनके सामने जेठ उसके साथ संबंध बनाता था। सब कुछ बेहद शर्मसार करने वाला था परंतु ससुराल के जवाब में सब कुछ सहन करना पड़ा।
3 साल बाद भी जब संतान नहीं हुई तो दोनों भाइयों में लड़ाई हो गई है और दोनों अलग हो गए। वह अपने पति के साथ कानपुर उत्तर प्रदेश चली गई लेकिन यहां भी तनाव कम नहीं हुआ। उसके पति ने उसे दोषी बताया और घर से निकाल दिया। जब महिला मायके आ गई तब उसने अपनी भाभी को सब कुछ बताया। परिवार वालों ने हिम्मत दी और मामला दर्ज कराया गया।