ग्वालियर। मध्यप्रदेश की विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह का कहना है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया का कांग्रेस से भारतीय जनता पार्टी में जाना, उनके खानदान का दोष है। वह हमेशा सत्ता के साथ रहना पसंद करते हैं। सन 1857 में भी ताकतवर अंग्रेजों का साथ दिया, महारानी लक्ष्मीबाई का साथ दिया होता तो हम 90 साल पहले आजाद हो जाते।
मध्यप्रदेश में एक परिवार एक टिकट फार्मूला लागू नहीं होगा
बैठक में तय हुआ कि नौजवानों को भी मौका मिलना चाहिए। वरिष्ठों का अनुभव व नौजवानों का जोश। पार्टी के पदों व टिकट वितरण में भी दोनों को समान अवसर मिलना चाहिए। यह फाॅर्मूला प्रदेश में भी लागू होगा। रहा सवाल एक परिवार-एक टिकट का, तो कोई सीधे आकर चुनाव लड़े, ऐसा नहीं होगा। उसे कम से कम 5 साल तक संगठन में काम करना होगा। यदि किसी परिवार के एक से अधिक सदस्य सक्रिय हैं और पार्टी के लिए काम कर रहे हैं, तो उन्हें महत्व मिलेगा।
मैं किसी के दवाब में आने वाला नहीं हूं: डॉक्टर गोविंद सिंह
नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद भी अपना दायरा सीमित बनाए रखने पर डॉक्टर गोविंद सिंह ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष के नाते मैं प्रदेश में जहां भी अत्याचार होगा, चाहे गरीब, दलित शोषितों हों या फिर किसान, मैं आवाज उठाता रहूंगा। परिणाम कुछ भी हो। मैं किसी के दवाब में आने वाला नहीं हूं।