ग्वालियर। उत्तर प्रदेश में ग्वालियर और जौनपुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के दौरान गबन के एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया। आरोपी अपने साले के घर में छुपा था। बाहर से ताला लगा हुआ था। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर छुपे हुए आरोपी को बाहर निकाला।
ग्वालियर के मुरार थाने में 1.38 करोड़ रुपए के गबन का एक मामला दर्ज हुआ है। इसी मामले में मेहंदी हुसैन शामी मुख्य आरोपी है। मेहंदी हुसैन खुद को पत्रकार बताता है और जौनपुर से एक अखबार का प्रकाशन करता है। पुलिस ने बताया कि मेहंदी हुसैन ने मामले में अग्रिम जमानत करवा दी थी लेकिन पिछले दिनों उसकी जमानत निरस्त हो गई।
पुलिस ने उसे कई बार बुलाया परंतु वह हमेशा गायब हो जाता था। वारंट की तामील करने ग्वालियर पुलिस जौनपुर पहुंची। स्थानीय पुलिस की मदद से सर्चिंग की कार्रवाई की गई। वह अपने किसी भी निर्धारित ठिकाने पर नहीं मिला। पुलिस को पता चला कि वह अपने एक रिश्तेदार के घर छुपा हुआ है। पहुंचे तो दरवाजा बंद था। दरवाजे को तोड़कर पुलिस अंदर घुसी और तलाशी लेने पर एक कमरे में छुपा हुआ आरोपी मिल गया।
ग्वालियर एसपी अमित सांघी ने बताया कि मेहंदी हसन ने अपने दोस्त यतेन्द्र श्रीवास्तव के साथ मिलकर दो साल पहले उपनगर मुरार के व्यापारी विनोद सोनी को ठगा था। आरोपी ने खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय में सचिव बताया था और नगरीय निकाय में विज्ञापन का टेंडर व जिले में नौकरी लगवाने के नाम पर अपने खाते में दो करोड़ 26 लाख रुपए डलवा लिए थे और गायब हो गया था। जिसके बाद पीड़ित व्यवसायी ने मामले की शिकायत की, पर आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए सुप्रीम कोर्ट से गिरफ्तारी पर स्टे ले लिया था, जिसे पुलिस ने कैंसिल कराया और आरोपी को दबोच लिया।