पृथ्वी पर होने वाले सभी पेड़ केवल ऑक्सीजन देने के लिए नहीं लगाए गए। हर वृक्ष का अपना महत्व है। यदि आप बीमार हो जाए तो आपको डॉक्टर बचा सकता है लेकिन कुछ वृक्ष ऐसे हैं जो आपको बीमार ही नहीं होने देते। डॉक्टर की जरूरत ही नहीं पड़ती। आज हम आपको एक ऐसे ही वृक्ष के बारे में बता रहे हैं। एक पेड़ पूरी कॉलोनी को हार्ट अटैक से बचा सकता है। सदियों से बचाता आ रहा है।
अर्जुन का वृक्ष- ब्लड प्रेशर नहीं बढ़ता, ब्लॉकेज नहीं बनते, हार्ट अटैक नहीं आता
- अर्जुन के पेड़ की छाल चमत्कारी असर दिखाती है। ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करती है।
- अर्जुन छाल के चूर्ण का काढ़ा बनाकर नियमित रूप से पीने से 90% तक ब्लॉकेज रिमूव हो जाते हैं।
- यदि स्वस्थ व्यक्ति अर्जुन छाल का काढ़ा सप्ताह में एक बार पीता है तो हार्टअटैक की संभावना 99% तक कम हो जाती है।
- हृदय में सूजन का इलाज बहुत महंगा है लेकिन अर्जुन छाल का काढ़ा सबसे प्रभावशाली और आरामदायक है।
- मूत्र वाहिनी में दर्द या जलन होने पर अर्जुन छाल का काढ़ा तुरंत आराम देता है।
- अर्जुन छाल का काढ़ा पीने से घबराहट खत्म हो जाती है। हृदय में दर्द नहीं होता।
- अर्जुन छाल का काढ़ा कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। यानी मोटापा घटाता है।
- पिंपल्स और कील मुहासे की स्थिति में अर्जुन छाल का पाउडर और शहद का फेस पैक बनाइए। दाग धब्बे भी दूर हो जाते हैं।
- अर्जुन छाल का पाउडर और मेहंदी में मिलाकर बालों पर लगाने से बाल काले और घने हो जाते हैं।
अर्जुन का पेड़ कैसे लगाएं
कहते हैं कि इस पेड़ की खोज पांडवों के अज्ञातवास के दौरान अर्जुन ने की थी। यह मानव जाति के लिए अत्यंत लाभकारी था इसलिए अर्जुन में 1 साल तक विभिन्न स्थानों पर वृक्षारोपण किया। गर्मी के मौसम में अर्जुन के बीज जमीन पर गिर जाते हैं। मानसून से पहले अर्जुन के बीजों को 1 फुट जमीन के नीचे दवा देना चाहिए। आप चाहे तो नमी में रखकर इन्हें अंकुरित कर सकते हैं। यदि गर्मी का मौसम नहीं है और बीज नहीं मिल रहे तो अर्जुन के पेड़ की कलम भी लगाई जा सकती है। स्वास्थ्य से संबंधित समाचार एवं जानकारियों के लिए कृपया Health Update पर क्लिक करें.