भोपाल। मध्य प्रदेश के सेलिब्रिटी आईएएस नियाज खान के खिलाफ मानवाधिकार आयोग द्वारा वारंट जारी किया गया है। उन्होंने अपना रवैया नहीं बदला और 14 जून को आयोग के सामने उपस्थित नहीं हुए तो आयोग की कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
IAS नियाज खान- काम से ज्यादा कैमरे का शौक
नियाज खान मूल रूप से एक साहित्यकार हैं परंतु भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफसर भी हैं। आईएएस अफसरों को शासन द्वारा सरकारी मकान और कई प्रकार की सुविधाएं इसलिए दी जाती है ताकि वह अपने घर पर रहते हुए भी जनता के हित में शासन द्वारा निर्धारित परिधि में काम करते रहे। इसीलिए किसी उपस्थिति रजिस्टर पर आईएएस अफसरों के हस्ताक्षर नहीं लिए जाते, लेकिन नियाज खान को अपनी पर्सनल लाइफ से बड़ा प्यार है। उन्हें काम से ज्यादा कैमरे का शौक है। जब भी मौका मिलता है कुछ ना कुछ ऐसा जरूर करते हैं ताकि टीवी और अखबारों में छाए रहें।
मानव अधिकार आयोग ने पूछा है, खान साहब काम कब करोगे
मानवाधिकार आयोग की तरफ से जो वारंट जारी हुआ है वह मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की सबसे अच्छी और व्यस्ततम सड़क VIP ROAD की खस्ता हालत को लेकर हुआ है। नियाज खान पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट के डिप्टी सेक्रेटरी हैं। आयोग ने उनसे पूछा था कि भोपाल शहर की शान और पहचान VIP ROAD की हालत इतनी खस्ता क्यों हो गई और इसे कब तक ठीक किया जाएगा।
खान साहब ने मानवाधिकार आयोग को भी विवेक अग्निहोत्री की तरह हल्के में लिया और कोई जवाब नहीं दिया, उनके इस रवैया को आयोग ने गंभीरता से लिया है। ₹5000 का वारंट जारी किया गया है। 14 जून को उपस्थित नहीं हुए तो उन्हें बता दिया जाएगा कि वह सरकारी वेतन और सुविधाओं पर पलने वाले कर्मचारी हैं एवं नियमों से बंधे हुए हैं। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.