भोपाल। भारतीय प्रशासनिक सेवा की महिला अधिकारी Riju Bafna एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है। वह इन दिनों भोपाल नगर निगम में अपर आयुक्त के पद पर पदस्थ हैं। 61 वर्षीय वरिष्ठ कर्मचारी अस्पताल में भर्ती हैं। उनके परिवार का आरोप है कि रिजु बाफना की प्रताड़ना के कारण उन्हें पैरालिसिस अटैक आया।
कर्मचारी शहीर अहमद सिद्धीकी नगर निगम की जल शाखा में टेप असेसर के पद पर पदस्थ हैं। वे 18 मई से सिंधी कॉलोनी स्थित अपैक्स हॉस्पिटल में भर्ती हैं। बेटे सुफियान सिद्दीकी ने बताया, पिता के अंडर में 9 कर्मचारी हैं। जिनका वेतन रोक दिया गया। इस संबंध में ही पिता अपर आयुक्त से मिलने के लिए 11 मई को उनके ऑफिस में गए थे, लेकिन मेडम ने बदसलूकी की। इससे पिता डिप्रेशन में आ गए थे।
इसकी 16 मई को कमिश्नर सर से शिकायत भी की थी। इसके दो दिन बाद ही 18 मई को पिताजी को पैरालिसिस का अटैक आ गया और उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा। समाचार लिखे जाने तक इस मामले में रिजु बाफना ने अपने पक्ष नहीं रखा था। उन्होंने पत्रकारों के सवालों के जवाब नहीं दिए और उनके SMS पर भी रिप्लाई नहीं किया।
ऋजु बाफना के चर्चित मामले
1 अगस्त 2015 को उन्होंने फेसबुक पर भारत की न्याय व्यवस्था पर सवाल उठा दिया था। ऋजु ने लिखा था, "महिलाओं को ज्युडिशियरी से बहुत उम्मीदें हैं। वह बिना किसी के फेवर की सुनवाई और अच्छे व्यवहार चाहती हैं। लेकिन मुझे जो एक्सपीरियंस हुआ है, उससे लगता है कि एक बार फिर मेरे साथ उत्पीड़न हुआ। मैं प्रिज्यूडिस नहीं हूं, लेकिन मुझे लगता है कि मेरे साथ इंसाफ नहीं हुआ। मैं चाहती हूं कि अदालतें भी संवेदनशीलता दिखाएं। मैं बस यही दुआ कर सकती हूं कि इस देश में कोई महिला ना जन्मे। यहां हर कदम पर उल्लू बैठे हैं..."।
फरवरी 2019 में रिजु बाफना आईएएस सिंगरौली जिले में ADM के पद पर पदस्थ थी। ड्राइवर सौरभ मिश्रा उम्र 28 वर्ष (पिता का नाम रावेन्द्र मिश्रा) निवासी रीवा जिला गुढ़ थाना क्षेत्र ने जहरीला पदार्थ पीकर आत्महत्या कर ली थी। बताया गया कि एडीएम ऋजु बाफना ने गनमैन उमेश सिंह के साथ मिलकर चैंबर में बुलाकर चालक को उठक-बैठक लगावाई थी। साथ ही उसे लंबे समय से प्रताडि़त किया जाता रहा। इसी के चलते ड्राइवर ने आत्महत्या की।
मई 2017 में रिजु बाफना नागदा में एसडीएम के पद पर पदस्थ थी तब शाजापुर की एडिशनल एसपी ज्योति ठाकुर के साथ विवाद हुआ था।
रिजु बाफना खुद ही प्रताड़ना का शिकार हो चुकी हैं। ऋजु बाफना ने ह्यूमन राइट्स कमीशन के एक अफसर संतोष चौबे के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी।