इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर की स्वर्ण बाग कॉलोनी में एक तरफा प्रेम में स्कूटी में आग लगाकर सात लोगों जान लेने वाला आरोपी संजय उर्फ शुभम दीक्षित शनिवार-रविवार की दरमियानी रात पुलिस के हत्थे चढ़ा है। दिल दहलाने वाले इस हादसे के बाद से पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही थी।
सूत्रों के मुताबिक रात को वह लोहा मंडी क्षेत्र में पुलिस को दिखा तो उसने भागने की कोशिश की। इस आपाधापी में वह गिरा और उसके हाथ-पैरों में चोटें आई हैं। उसे इलाज के लिए एमवाय अस्पताल लाया गया है। वह मूलत: झांसी का रहने वाला है।
इंदौर की स्वर्ण बाग कॉलोनी की मल्टी में लगी आग लगाने के आरोपी संजय उर्फ शुभम दीक्षित को पुलिस ने शनिवार रात गिरफ्तार कर लिया। इस घटना में 7 लोगों की मौत हो गई थी। पकड़े जाने के बाद आरोपी ने इस वारदात को अंजाम देना कबूल करा। उसने बताया कि वो मल्टी में रहने वाली एक युवती से प्यार करता था। उसी से विवाद के चलते उसने गाड़ी में आग लगाई थी। पुलिस से बचने के चक्कर में उसके हाथ-पैर भी टूट गए। जिसके बाद पुलिस उसे घायल हालत में देर रात एमवाय अस्पताल लेकर पहुंची।
आरोपी ने कबूल करते हुए कहा- मैं सना नाम की लड़की से बहुत परेशान हो गया था। उसने मेरे साथ बहुत गलत किया। उसने मुझसे खूब खर्चा करवाया। मैंने उसे हमेशा पैसे दिए हैं, कभी मांगे नहीं। वो हमेशा किसी ना किसी बात के लिए पैसे मांगती थी। कभी कुछ दिला दो, कभी कुछ दिला दो। बाद में पता चला, वो बेवकूफ बना रही है। कई लोगों के साथ लगी हुई है। मैंने सोचा कभी उससे बात नहीं करूंगा, तो वो मेरे पीछे ही पड़ गई। मैं तो सिर्फ उसकी गाड़ी की सीट जलाना चाहता था। सोचा था उसके बाद सब खत्म कर दूंगा। मुझे नहीं पता था कि इतना बड़ा कुछ हो जाएगा। मुझे शनिवार सुबह इस बारे में तब पता चला, जब उसी लड़की का फोन आया। उसने बताया कि मल्टी में आग लग गई है। मैं दिनभर घर पर ही रहा। शाम को पता चला कि टीवी में भी आ गया है। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था, कि मैं क्या करूं। फिर एक दोस्त से बात करी, मैंने उससे कहा कि मैं सरेंडर कर दूंगा।
इस बारे में थाना प्रभारी तहजीब काजी ने बताया कि शनिवार देर रात पुलिस को सूचना मिली कि स्कीम नंबर 74 के समीप आरोपी संजय घटना के बाद लगातार अपने दोस्त विशाल से फोन पर संपर्क में था। घटना के सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद यह साफ हो गया था कि किसी सफेद शर्ट वाले युवक ने गाड़ियों में आग लगाई है। पुलिस को इलाके की रहने वाली युवती ने इस घटना के पीछे सिरफिरे आशिक संजय के बारे में बताया तो पुलिस चौंक गई और वहीं रहने वाली सना को थाने लेकर आई और देर रात तक उससे पूछताछ करने पर पूरा घटनाक्रम साफ हो गया। आरोपी का मोबाइल रात 9:00 बजे तक चालू था। और वह लगातार अपने दोस्त से बात कर रहा था जिसकी लोकेशन ट्रैक करके आरोपी संजय दीक्षित को पुलिस ने लसूड़िया इलाके के निरंजनपुर चौराहे के समीप से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के मुताबिक आरोपी भी पहले इसी मल्टी में किराएदार के रूप में रहता था। उसके और युवती के बीच दस हजार रुपए सहित अन्य कई मामलों में विवाद भी हुआ था। इसके बाद संजय ने छह महीने पहले घर छोड़ दिया था। उसने इंदौर में कई जगहों पर नौकरी की है। पुलिस के मुताबिक संजय के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया जाएगा। उससे पूछताछ में और भी खुलासे होंगे।
पुलिस को मिले CCTV फुटेज में शुक्रवार रात 2.54 बजे सफेद शर्ट पहने एक युवक आता दिखाई दिया था, जिसने पार्किंग में खड़े एक वाहन से पेट्रोल निकाला और वहीं आग लगा दी। इसके बाद आरोपी फुटेज में जाता हुआ भी दिखाई दिया। कुछ देर बाद युवक फिर इमारत में आया। वह मल्टी में लगे CCTV कैमरे और बिजली के मीटर के साथ छेड़छाड़ करता दिखाई दिया। हालांकि स्वर्ण बाग की जिस बिल्डिंग में आग लगी थी, उसके CCTV पूरी तरह से जल गए थे। पुलिस ने इस क्षेत्र से तीन घरों के CCTV फुटेज व DVR बरामद किए। इंदौर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया indore news पर क्लिक करें.