इंदौर। नगर निगम के एक अधिकारी को बल्ला मारने के बाद ' पहले लात फिर बात... बयान देने वाले भाजपा के विधायक आकाश विजयवर्गीय आज कोर्ट में यही बयान दोहराने के लिए हाजिर नहीं हुए। कोर्ट में फरियादी अपने बयान से मुकर गया है लेकिन घटना का वीडियो अभी भी सुरक्षित है।
विधायक आकाश विजयवर्गीय ने 26 जून 2019 को बल्ला मारा था
26 जून 2019 को इंदौर के गंजी कंपाउंड क्षेत्र में एक जर्जर भवन ढहाने के दौरान विधायक आकाश विजयवर्गीय का नगर निगम के अधिकारियों से विवाद हो गया था। विजयवर्गीय पर आरोप है कि विवाद के दौरान उन्होंने तत्कालीन भवन निरीक्षक धीरेंद्र बायस को क्रिकेट के बल्ले से पीटा था।
कोर्ट में पक्षघाती हो गया फरियादी
18 फरवरी 2022 को प्रकरण में FIR दर्ज करवाने वाले निगम अधिकारी बायस के बयान हुए थे। उन्होंने कोर्ट में कहा था कि घटना के वक्त वे मोबाइल पर बात कर रहे थे। उन्होंने बल्ला मारने वाले का चेहरा नहीं देखा था। विधायक विजयवर्गीय के हाथ में बल्ला होने की वजह से उन्होंने उनका नाम FIR में लिखवाया था।
बायस के बयान के बाद अभियोजन ने आवेदन दिया था कि बायस को बयान के लिए दोबारा बुलवाना है। विजयवर्गीय की तरफ से पैरवी कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता अविनाश सिरपुरकर ने बताया कि गुरुवार को विधायक विजयवर्गीय को आवेदन पर जवाब देना था, लेकिन उन्होंने इसके लिए समय ले लिया। इंदौर की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया indore news पर क्लिक करें.