अनामिका मिश्रा/ सिहोरा। जबलपुर जिले में आने वाले सिहोरा को स्वतंत्र जिला बनाने की मांग की दबी हुई चिंगारी आज विकराल रूप में सामने आई। मंगलवार को निकाली गई रैली के समर्थन में समस्त व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों को बंद कर दिया और रैली में शामिल हो जिला सिहोरा की आवाज को बुलंद किया।
सम्पूर्ण सिहोरा में रैली
लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति के आह्वान पर बुलाई गई रैली में एक हजार से अधिक लोग शामिल रहे।सभी लोगो ने अपने शरीर पर जिला सिहोरा अबकी बार नारे लिखे स्टीकर पहने हुए थे। रैली से पूर्व पुराना बस स्टैंड सिहोरा में एक आमसभा भी हुई जिसमें उमरियापान,मझौली, ढीमरखेड़ा के लोगो ने अपने संबोधन देते हुए सिहोरा जिला बनाए जाने का पुरजोर समर्थन किया।
नगर भ्रमण के अंत मे जब रैली अनुविभागीय अधिकारी के कार्यालय पहुँची तो वहाँ ज्ञापन के लिए SDM के न होने से कुछ देर हंगामे की स्थिति बनी।बाद में ज्ञापन नायाब तहसील दार को सौंपा गया।
पूर्व विधायक हुए शामिल
जब बस स्टैंड में आमसभा चल रही थी तो उसका समर्थन करने सिहोरा के पूर्व विधायक दिलीप दुबे पहुँचे और उन्होंने सिहोरा जिला की मांग को जायज माना और सरकार से शीघ्र इस विषय मे निर्णय लेने की मांग की।वे रैली के दौरान भी पूरे समय साथ रहे।इनके अलावा मझौली से मदन साहू और उपरियापान से रामदत्त गर्ग शामिल हुए।
जिला नही तो आंदोलन तेज:-
समिति ने घोषणा की कि यदि समय रहते यदि सरकार द्वारा सिहोरा को जिला नही बनाया गया तो सात माह से चल रहे जिला आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
रैली को सफल बनाने में श्रमजीवी पत्रकार संघ, ब्राह्मण समाज सिहोरा, व्यापारी संघ सिहोरा, अधिवक्ता संघ,गायत्री परिवार,जैन समाज,भारतीय किसान संघ,अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज,युवा मंडल सिहोरा का भरपूर सहयोग रहा।
रैली में अनिल जैन,विकास दुबे,बबलू जैन,नरेंद्र गर्ग,राजेंद्र गर्ग,रविदीप सिंह,संजय सेंगर,प्रभात कुररिया,पवन सोनी,आलोक ब्यौहार,आशीष सरदार,सेंकी जैन,नितेश खरया,अमित बक्शी,मानस तिवारी,सुशील जैन,प्रकाश मिश्रा, नंदकुमार परौहा,रामजी शुक्ला सहित हजारों सिहोरावासी मौजूद रहे।