भोपाल। उत्तर प्रदेश जैसी घटना मध्यप्रदेश में भी हुई। आरोपियों को लेकर आ रही पुलिस की गाड़ी पलट गई। यूपी की तरह एमपी में भी आरोपियों ने भागने की कोशिश की और पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए गोली चलाई लेकिन यूपी की तरह नहीं बल्कि एमपी की तरह आरोपियों के पैर में। दोनों घायल हो गए। फरार नहीं हो पाए। पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कर दिया है।
मध्य प्रदेश पुलिस ने स्पष्ट संदेश दिया है कि अपराधियों की गैंग और पुलिस बल में अंतर है। आरोपी सोनू खान और जिया खान को हिरासत में लेकर थाने लाया जा रहा था। गिरफ्तारी के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया जाना था परंतु चलती गाड़ी में मोरनी के जंगल में मौका पाकर एक आरोपी ने स्टेरिंग में अपना हाथ फंसा दिया जिसके कारण पुलिस वाहन अनियंत्रित हो गया और एक पेड़ से जा टकराया।
आरोपियों ने फरार होने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उनके पैरों में गोली मार दी। दोनों घायल होकर जमीन पर गिर गए। दोनों को अस्पताल में भर्ती कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि गुना में एक निकाह के कार्यक्रम में मेहमानों को काले हिरन और मोर का मांस खिलाने के लिए शिकार किया गया था। जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो 3 पुलिस कर्मियों की हत्या करके फरार हो गए।
आरोपियों की संख्या 5 से अधिक है। इनमें से एक मुठभेड़ वाले दिन भागते समय घायल हो गया था, दूसरे दिन उसकी डेड बॉडी मिली। दूसरे ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पुलिस टीम पर फायर किया और एनकाउंटर में मारा गया। सोनू और जिया ने भी पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की परंतु उन्हें पैर में गोली मारकर पकड़ लिया गया। अभी कुछ और शिकारी बाकी है।