भोपाल। मध्य प्रदेश के कॉलेजाें में नए एकेडमिक सेशन के लिए एडमिशन प्रक्रिया में बदलाव किए गए हैं। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि सीएलसी की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन किए जाने से छात्राें को कॉलेज में नहीं आना पड़ेगा। खेलकूद, कला संस्कृति, एनसीसी, एनएसएस आदि के छात्रों को एडमिशन देने के लिए पांच-पांच सीटों की बढोतरी होगी। यह सीटें आरक्षित कर आउट राइट प्रवेश दिए जाएंगे। एडमिशन प्रक्रिया 17 मई से शुरू होगी।
एडमिशन प्रोसेस में स्टूडेंट्स की सुविधा के लिए इस बार कई बदलाव किए गए हैं। एडमिशन प्रोसेस के चरण और सीएलसी में रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया लगातार संचालित रहेगी। आवेदक छात्र अधिकतम 15 कॉलेज चुन सकेंगे। छात्रों के स्कैन दस्तावेज के आधार पर हेल्प सेंटर पर ऑनलाइन सत्यापन किया जाएगा। ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया में एक चरण और तीन कॉलेज लेवल काउंसिलिंग (सीएलसी) राउंड होंगे। इसमें अपग्रेडेशन का भी विकल्प रहेगा। इससे प्रवेश प्रक्रिया कम समय में पूरी हो सकेगी।
छात्र के स्कैन डॉक्यूमेंट अस्पष्ट होने पर उनको संबंधित कॉलेज एसएमएस या फोन पर इसकी जानकारी देंगे। आवेदक को निर्धारित समय-सीमा में कॉलेज में जाकर मूल दस्तावेजों के आधार पर वेरिफिकेशन पूरा करवाना होगा। ट्रांसफर सर्टिफिकेट, माइग्रेशन जमा करने की जरूरत नहीं होगी।
वर्तमान में सीबीएसई की 12वीं की परीक्षाएं चल रही हैं। ऐसे में 12वीं की परीक्षा दे रहे छात्र टर्म-1 के रिजल्ट के आधार प्रक्रिया में हिस्सा ले सकेंगे। वहीं वर्तमान में यूजी फाइनल ईयर की भी परीक्षाएं चल रही हैं। ऐसे में इनके बीते दो वर्षों के रिजल्ट के अंकों के आधार पर मेरिट निर्धारित होगी।
छात्रों काे को अपग्रेडेशन के लिए ऑनलाइन फीस जमा करने के साथ ही ऑनलाइन सहमति देनी होगी। अपग्रेडेशन होने के बाद रिक्त स्थानों पर मेरिट के आधार पर आवेदकों को अलॉटमेंट लेटर जारी कर फीस जमा करने के लिए तीन दिन का समय दिया जाएगा। उच्च शिक्षा, सरकारी और प्राइवेट नौकरी एवं करियर से जुड़ी खबरों और अपडेट के लिए कृपया MP Career News पर क्लिक करें.