भोपाल। मध्यप्रदेश के वन विभाग में कई बड़े फेरबदल हुए हैं। हरदा के डीएफओ नरेश कुमार दोहरे को सस्पेंड कर दिया गया। शहडोल के CCF प्रभात कुमार वर्मा को महिला अधिकारी की शिकायत के कारण पद से हटा दिया। और भी कई अधिकारियों को इधर-उधर किया गया है।
मध्य प्रदेश वन विभाग DFO नरेश कुमार दोहरे का मामला
हरदा के डीएफओ नरेश कुमार दोहरे पर आरोप है कि 20 अगस्त 2020 से मई 2021 के बीच दोहरे ने 33 कर्मचारियों के तबादले किए। जिसमें स्थानांतरण नीति वर्ष 2019-20 का पालन नहीं किया गया। जांच में मामला सही पाए जाने के बाद दोहरे को निलंबित किया गया है एवं उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो गई है। यदि ट्रांसफर पॉलिसी के उल्लंघन में भ्रष्टाचार पाया गया तो नरेश कुमार को बर्खास्त कर दिया जाएगा।
MP FOREST DEPARTMENT CCF प्रभात कुमार वर्मा का मामला
शहडोल वन वृत्त के मुख्य वनसंरक्षक प्रभात कुमार वर्मा को हटा दिया है। उन्हें प्रतिनियुक्ति पर वन विकास निगम भोपाल भेजा गया है। वर्मा के खिलाफ कई शिकायतें थीं। उनके अधीन पदस्थ रहीं वनमंडल अधिकारी नेहा श्रीवास्तव ने उनकी विभाग प्रमुख से लिखित शिकायत की थी। प्रकरण में महिला उत्पीड़न की दृष्टि से जांच भी कराई गई थी। वर्मा के स्थान पर मुख्य वनसंरक्षक कार्य आयोजना जबलपुर लखन लाल उइके को शहडोल का मुख्य वनसंरक्षक बनाया गया है।
शासन ने वन मुख्यालय की सतर्कता एवं शिकायत शाखा संभाल रहीं अपर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (एपीसीसीएफ) समीता राजौरा को ईको पर्यटन बोर्ड का मुख्य कार्यपालन अधिकारी (सीइओ) बनाया है। जबकि सत्यानंद को बोर्ड से हटाकर वन्यप्राणी मुख्यालय में पदस्थ किया है।
वन मुख्यालय की संरक्षण शाखा में पदस्थ मुख्य वनसंरक्षक (सीसीएफ) विन्सेंट रहीम को सतर्कता एवं शिकायत शाखा में सीसीएफ बनाया गया है। छिंदवाड़ा पूर्व वनमंडल के वनमंडल अधिकारी अखिल बंसल को वनमंडल अधिकारी जबलपुर सामान्य बनाया गया है। वनमंडल अधिकारी अशोकनगर सामान्य अंकित पाण्डेय को वनमंडल अधिकारी हरदा सामान्य बनाया गया है। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.