भोपाल। शिक्षकों की प्रदेशव्यापी लंबित समस्याओं/ मांगों के निराकरण के संबंध में चर्चा के लिए 25 मई बुधवार रमेशचन्द्र शर्मा अध्यक्ष (राज्यमंत्री दर्जा) म.प्र.कर्मचारी कल्याण समिति की अध्यक्षता में मंत्रालय- भू-तल पर बुलाई गई बैठक में मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी संघ, समग्र शिक्षक संघ, मप्र शिक्षक संघ तथा शिक्षक कांग्रेस के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
बैठक में संगठन प्रतिनिधियों ने प्रमुख रूप से सहायक शिक्षकों, शिक्षकों, प्रधान पाठकों/व्याख्याताओं/ प्राचार्यों को गृह विभाग की तर्ज पर पदोन्नति/पदनाम देने, प्रतिवर्ष 30 दिवस अर्जित अवकाश की पात्रता देने तथा स्वीकृति के अधिकार डीईओ को देने, सेवानिवृत शिक्षकों के अवकाश नगदीकरण के लंबित मामलों के संबंध में स्पष्ट दिशा निर्देश जारी करने, वेतन विसंगति दूर करने, सहायक शिक्षकों और व्याख्याता संवर्ग को तीसरे क्रमोन्नत/समयमान योजना की विसंगति दूर करने, सेवानिवृत शिक्षकों को बकाया 14% डीए का भुगतान करने, 35 वर्ष की सेवा पर शिक्षकों को चतुर्थ वेतनमान देने,
नवीन संवर्ग के शिक्षकों/कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना लागू करने, नवीन संवर्ग की रोकी गई क्रमोन्नति बहाल करने, सातवे वेतनमान के अनुसार गृह भाड़ा देने तथा बीमा कटौती करने, प्रदेश में कर्मचारी स्वास्थ्य बीना योजना लागू करने, 30 जून को सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षकों कर्मचारियों को एक वेतन वृद्धि का लाभ देने, दिवंगत शिक्षकों के आश्रित परिजनों को बिना शर्त अनुकंपा नियुक्ति देने जैसी एक दर्जन से अधिक मांगे रखी गई।
बैठक में 4 संगठनों को प्रतिनिधि हुए शामिल
बैठक में चारों संगठनों के प्रमुख पदाधिकारी शमिल हुए, जिनमें श्री विश्वजसिंह सिसोदिया, सुरेशचंद्र दुबे, लक्षीराम इंगले, सतीश शर्मा, सुभाष सक्सेना, संजय तिवारी, महवीर प्रसाद शर्मा, हेमन्त श्रीवास्तव, छत्रवीरसिंह राठौर, जेपी शुक्ला, नारायण जोशी, राघव कीर्ति, गुरुदत्त शर्मा, बलराम पुरोहित,किशन रजक, गोपालसिंह राठौर,शशिकांत यादव,,मुरारीलाल सोनी,भगवतसिंह दांगी, कमलेश गौर, पुरुषोत्तम शर्मा आदि संगठन प्रतिनिधि शामिल थे।