भोपाल। मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग एवं जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित सरकारी स्कूलों उन प्राचार्यों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। जिनके स्कूल का रिजल्ट खराब आया है। सतना सहित कुछ जिलों में कलेक्टर ने इंक्रीमेंट रोकने का नोटिस जारी किया है।
SATNA, पढ़ाई लिखाई के मामले में सबसे नीचे
सतना जैसी जिले के कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी के लिए यह बेहद शर्मनाक समाचार है। मध्य प्रदेश में कुल 52 जिले हैं कक्षा 10 हाई स्कूल में सतना का नाम 51वें नंबर पर और कक्षा 12 हायर सेकेंडरी स्कूल में 47वें नंबर पर दर्ज हुआ है। यानी कि पढ़ाई लिखाई के मामले सतना का सरकारी सिस्टम मध्य प्रदेश के सबसे खराब 3 जिलों में शामिल है। इसी बात से नाराज कलेक्टर अनुराग वर्मा ने 248 स्कूलों के प्राचार्य का सैलेरी इंक्रीमेंट होल्ड कर दिया है।
SATNA NEWS- स्कूल शिक्षा विभाग की रैंकिंग में गिरावट, 37 से 51वें नंबर पर
29 अप्रैल को माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल द्वारा वर्ष 2021-22 की हाई स्कूल व हायर सेकेंडरी मुख्य परीक्षा के परीक्षा परिणाम घोषित किए गए थे। जिसमें कक्षा 10वीं के राज्य का औसत परीक्षा परिणाम 59.54 प्रतिशत जबकि सतना जिले का औसत परीक्षा परिणाम 40.58 प्रतिशत रहा है। इस वर्ष के परिणाम में वर्ष 2020 से 18.95 प्रतिशत की कमी आई है।
इस बार जिले की प्रदेश में रैंक 51 आई जबकि वर्ष 2020 में जिले की रैंक 37वीं रही है। इसी तरह हायर सेकेंडरी वर्ष 2022 की परीक्षा में जिले का 61.87 प्रतिशत परिणाम रहा है। वर्ष 2020 की तुलना में 8.14 फीसदी की गिरावट आई है। जिले की रैंकिंग भी वर्ष 2020 में 29वीं थी जो इस वर्ष 47वीं हो गई है। कर्मचारियों से संबंधित महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP karmchari news पर क्लिक करें.