भोपाल। मध्य प्रदेश के गुना जिले में वन्य प्राणियों की सुरक्षा करते हुए शिकारियों से मुठभेड़ के दौरान एक सब इंस्पेक्टर, एक हवलदार और एक पुलिस आरक्षक शहीद हो गए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने घटना पर दुख जताते हुए अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात की है वहीं नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने गृह मंत्री से इस्तीफा मांगा है।
घटना शनिवार तड़के 3 से 4 बजे के बीच की बताई जा रही है।SP राजीव कुमार मिश्रा का कहना है कि सगा बरखेड़ा की तरफ से बदमाशों के जाने की सूचना मिली थी। इनकी घेराबंदी के लिए 3-4 पुलिस टीम लगाई गई थीं। शहरोक के जंगल में 4-5 बाइक से बदमाश जाते हुए दिखे। पुलिस ने घेराबंदी की तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। इसमें सब इंस्पेक्टर राजकुमार जाटव, आरक्षक नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम ने मौके पर ही शहीद हो गए। शिकारियों के पास से पांच हिरण और एक मोर के अवशेष जब्त किए हैं।
शहीदों के आश्रितों को एक-एक करोड़ रुपए की अनुग्रह राशि
गृह मंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि गुना की गोलीबारी में शहीद हुए पुलिस के तीनों अधिकारी/कर्मचारियों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए की अनुग्रह राशि प्रदान की जाएगी। अंतिम संस्कार में जिलों के प्रभारी मंत्री शामिल होंगे। 7 शिकारी शामिल थे।
मुख्यमंत्री घटना की मॉनिटरिंग कर रहे हैं
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि हमारे परिवार के तीन जांबाज सदस्यों की मौत हो गई। अपराधी कोई भी हो, पुलिस से बचके जा नहीं सकते। कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सख्त से सख्त कार्रवाई हमलावरों पर की जाएगी। ऐसी कार्रवाई करेंगे, जो नजीर बनेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद घटना की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने गृह मंत्री का इस्तीफा मांगा
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह बोले- गुना की घटना दुखद है। इससे स्पष्ट है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था चौपट हो चुकी है। अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि अब वह पुलिस को ही नहीं छोड़ रहे। गुना की घटना के बाद तो गृह मंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें।