रीवा। रीवा लोकायुक्त टीम ने महिला एवं बाल विकास विभाग में छापा मारकर दो भ्रष्टाचारी महिला अधिकारियों को बेनकाब किया है। सूत्रों की मानें तो मऊगंज की परियोजना अधिकारी और सेक्टर पर्यवेक्षक को 10 हजार की रिश्वत के साथ ट्रेप किया गया है। दावा है दोनों महिला अधिकारियों ने समूह संचालक से घूस मांगी थी। लेकिन बिना पैसे लिए काम करने को तैयार नहीं थी।
थक हारकर समूह संचालक लोकायुक्त एसपी के पास शिकायत लेकर पहुंचा। जहां सत्यापन उपरांत शिकायत सही पाई गई। ऐसे में शुक्रवार की शाम महिला एवं बाल विकास कार्यालय मऊगंज से दोनों को रकम के साथ रंगे हाथ पकड़ा है। लोकायुक्त टीम दोनों अधिकारियों को लेकर विश्राम गृह पहुंची है। जहां भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
लोकायुक्त एसपी गोपाल सिंह धाकड़ ने बताया कि शुक्रवार की शाम 4 बजे माया सोनी परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास कार्यालय मऊगंज और अंजू त्रिपाठी सेक्टर पर्यवेक्षक महिला एवं बाल विकास कार्यालय मऊगंज को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है। इनके खिलाफ शिकायतकर्ता राजेश वर्मा पुत्र सहदेव दास वर्मा (41) निवासी वार्ड नंबर 6 मऊगंज ने कुछ दिन पहले एसपी कार्यालय पहुंचकर आवेदन दिया था।
पीड़ित का आरोप था कि मध्यान्ह भोजन का बिल पास करने के एवज में दोनों महिला अधिकारी 20 हजार रुपए की डिमांड की थी। साथ ही एडवांस रकम के रूप में 5 हजार रुपए ले चुकी थी। फिर भी शिकायतकर्ता को पूर्व के बिल कैंसिल कर देने का डर बताकर लगातर पैसे मांग रही थी। सत्यापन के बाद शिकायत सही पाए जाने पर शुक्रवार को दबिश के लिए ट्रेप अधिकारी निरीक्षक प्रमेंद्र कुमार को मौके पर भेजा गया।
लोकायुक्त एसपी ने बताया कि ट्रेप दल के सदस्य डीएसपी राजेश पाठक, निरीक्षक प्रमेंद्र कुमार, उपनिरीक्षक रितुका शुक्ला, उपनिरीक्षक आकांक्षा पाण्डेय व 12 सदस्यीय टीम महिला एवं बाल विकास कार्यालय मऊगंज में दोनों महिला अधिकारियों के कक्ष में एक साथ दबिश दी। केबिन के अंदर जैसे ही पीड़ित ने रिश्वत के 10 हजार रुपए सौंपे। वैसे ही सिविल कपड़े में खड़ी लोकायुक्त की टीम ने रुपयों के साथ दोनों को धर दबोचा है। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.