आनंद हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. रत्नेश रघुवंशी ने बताया कि परिजनों द्वारा गई परेशानी के अलावा युवती का एडमिट करने के दौरान बीपी 95/60 था। अस्पताल में डॉक्टरों ने लो बीपी पर ड्रीप लगाने के लिए बोला लेकिन युवती के परिजनों ने इनकार कर दिया। परिजन जैसे ही उसे अस्पताल से बाहर ले जाने के लिए निकले तब अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। उसकी मौत हो गई। परिजनों ने निजी अस्पताल को लिखित में दिया कि हमको पोस्टमार्टम नहीं करवाना है। हालांकि दुल्हन के मामा पीएम चाहते थे, लेकिन पिता मना कर रहे थे। इसके बाद जिला अस्पताल में परिजनों ने पीएम करवाया। उसकी कोई मेडिकल हिस्ट्री नहीं थी।
मेघा की प्राथमिक शिक्षा छिंदवाड़ा के केंद्रीय विद्यालय और हायर एजुकेशन नासिक व बॉम्बे में हुई थी। उसने MBBS और MD की डिग्री ली थी। वह बॉम्बे में ही सेवाएं दे रही थी। उसका 2021 में पूना निवासी परिवार में इंजीनियर से रिश्ता तय हुआ था। लॉकडाउन की वजह से शादी लेट हो गई। अनलॉक होने के बाद काले परिवार के कुटुंब में कोई गमी होने की वजह शादी और लेट हो गई थी।
गुरुवार को दूल्हा और उसके परिवार के 15 लोग पूना से फ्लाइट से नागपुर पहुंच चुके थे। उनको जैसे ही घटना की जानकारी लगी तो दूल्हे के पिता की तबीयत भी बिगड़ गई। इसके बाद दूल्हा और उसके साथ आए लोग नागपुर से पूना वापस चले गए। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.