भोपाल। मध्य प्रदेश के गुना में 3 पुलिस कर्मचारियों की हत्या करने वाले शिकारियों को किसका संरक्षण है, इस सवाल का जवाब तलाशने के लिए 14 मई दोपहर 2:00 बजे से लगातार मीडिया ट्रायल चल रहा है। अंत में शक की सुई मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया पर आकर टिक गई है।
राधौगढ़ के विधायक जयवर्धन सिंह ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि घटना के 5-6 दिन पहले एक दावत सजी थी जिसमें सारे इंतजाम इन्हीं शिकारियों ने किए थे। विधायक जयवर्धन सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से अपील की है कि आरोपियों की कॉल डिटेल निकाली जाए। यह भी जांच की जाए कि यह शिकारी किस की दावत का इंतजाम किया करते थे।
नेता प्रतिपक्ष और दिग्विजय सिंह की टीम में नंबर दो डॉक्टर गोविंद सिंह ने राजधानी में प्रेस कांफ्रेंस आयोजित करके कहा कि गुना पुलिस कर्मचारी हत्याकांड में BJP जिला उपाध्यक्ष हीरेन्द्र सिंह बंटी बना, मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की कॉल डिटेल्स की जांच की जाए। उन्होंने यह भी मांग की है कि इस मामले की ज्यूडिशियल इंक्वायरी की जाए।
यहां उल्लेख करना अनिवार्य है कि सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शक के दायरे में आए थे लेकिन अब मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया चर्चाओं के केंद्र में आ गए हैं। देखना यह है कि जिस प्रकार दिग्विजय सिंह ने किसी भी प्रकार की जांच के लिए स्वीकृति दी है क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया कैंप के मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया भी जांच के लिए सहमति देते हैं।