भोपाल। मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार की बहू सविता परमार की संदिग्ध मृत्यु के मामले को दबाने का प्रयास लगातार जारी है। अंतिम संस्कार के बाद जब सविता के भाई ने ससुराल वालों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की तो वहां खड़े लोगों ने उसे डरा धमकाकर घर भेज दिया।
सविता के पिता को घर के दूसरे कमरे में ले जाया गया
मंत्री इंदर सिंह परमार की बहू सविता परमार का शव उनके गांव पोचानेर में बुधवार सुबह 10.15 बजे पहुंचा। 5 मिनट घर में शव रखने के बाद मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। शव देखकर सविता के पिता जोर-जोर से रोने लगे और बेहोश हो गए। उन्हें उठाकर घर के दूसरे कमरे में ले जाया गया।
FIR की मांग कर रहे भाई को मारने दौड़े, जबरन घर भेज दिया
अंतिम संस्कार से लौटने के बाद 11 बजे जैसे ही हाथ जोड़कर मंत्री इंदर सिंह परमार घर के बाहर लोगों का आभार जता रहे थे, तभी रिश्ते में लगने वाले सविता के भाई ने चिल्लाना शुरू कर दिया। 302 धारा लगनी चाहिए, मंत्री हैं तो क्या हुआ...।' युवक के इतना बोलते ही हंगामा हो गया, लोगों और रिश्तेदारों ने उसे घेर लिया। कुछ उसे मारने और धमकाने लगे तो कुछ रिश्तेदार उसे पकड़कर अलग ले गए। आनन-फानन में गाड़ी में बैठाकर उसे गांव भेज दिया।
सबसे पहले पुलिस ने जानकारी छुपाई
सविता की शादी स्कूल शिक्षा मंत्री परमार के बेटे देवराज के साथ तीन साल पहले हुई थी। दोनों के बीच विवाद हो गया था। सविता मायके में थी। एक दिन पहले ही सविता को ससुराल लाया गया था। मंगलवार को सविता का शव स्कूल शिक्षा मंत्री के घर में (शुजालपुर के पोचानेर में) फंदे पर लटका मिला। घटना की सूचना मिलने पर अवंतिपुर बड़ोदिया थाना की टीम मौके पर पहुंची थी। काफी देर तक मामले को दबाने का प्रयास किया गया, फिर संदिग्ध मृत्यु को आत्महत्या घोषित कर दिया गया। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.