भोपाल। ग्वालियर-चंबल से मध्य प्रदेश की राजनीति के केंद्र में आ रहे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अचानक अपना अशोकनगर दौरा निरस्त कर दिया है। सिविल एविएशन डिपार्टमेंट गवर्मेंट ऑफ इंडिया ने उनका रिवाइज्ड टूर प्रोग्राम जारी कर दिया है। इसी के साथ चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का संशोधित दौरा कार्यक्रम
भारत के विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया 18 मई को शाम 5:00 बजे राजधानी एक्सप्रेस से ग्वालियर के लिए रवाना होंगे। रात 11:00 बजे शिवपुरी पहुंचेंगे और रात्रि विश्राम करेंगे। इसके बाद ईसागढ़ और गुना जिले का दौरा करेंगे। इससे पहले उनके निर्धारित कार्यक्रम में अशोकनगर का नाम भी था परंतु अचानक अशोकनगर का नाम काट दिया गया।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अशोकनगर से किनारा क्यों किया
दरअसल, अशोकनगर के साथ एक अंधविश्वास जुड़ा हुआ है। मध्य प्रदेश की राजनीति का इतिहास गवाह है। कोई भी मुख्यमंत्री अशोकनगर नहीं जाता। कहते हैं जो भी मुख्यमंत्री अशोक नगर जाता है, वह मुख्यमंत्री की कुर्सी से उतर जाता है।
- सुंदरलाल पटवा कॉलेज का उद्घाटन करने आए थे। 15 दिन बाद पूर्व मुख्यमंत्री हो गए।
- दिग्विजय सिंह अशोकनगर को जिला मुख्यालय घोषित करने गए थे। बताने की जरूरत नहीं क्या हुआ।
- बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव एक छोटे से कार्यक्रम में शामिल होने आ गए थे।
- मध्यप्रदेश में प्रचंड बहुमत से भाजपा का राज स्थापित करने वाली उमा भारती अशोक नगर के पास से गुजरी थीं। तीसरे दिन इस्तीफा देना पड़ा।
सन 2023 में मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अब तक रिकॉर्ड तोड़ काम किए हैं। सिंधिया राजवंश में जो किसी ने नहीं किया वह ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया। फिलहाल सफलता के शिखर पर हैं। श्यामला हिल्स में बंगला बन गया है। यदि अशोकनगर पहुंच गए तो बंगले की शिफ्टिंग में प्रॉब्लम हो सकती है। मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया MP NEWS पर क्लिक करें.