Sarvepalli Radhakrishnan University, Bhopal के वाइस चांसलर, पूर्व वाइस चांसलर, समेत इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के प्रिंसिपल को हैदराबाद पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। हैदराबाद की पुलिस ने तीनों (कुलपति एमसी प्रशांत पिल्लई, इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल एमके चोपड़ा और पूर्व कुलपति एसएस कुशवाह) पर फर्जी डिग्री बनाने का आरोप लगाया है।
मिसरोद थाने के टीआई राजबिहारी शर्मा ने बताया कि यूनिवर्सिटी के तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है। दो दिन पहले हैदराबाद पुलिस भोपाल आई थी। फर्जी डिग्री मामले में उनके यहां धोखाधड़ी का मामला दर्ज है। हैदराबाद पुलिस ने फरवरी 2022 में एसआरके के असिस्टेंट प्रोफेसर केतन सिंह को गिरफ्तार किया था।
केतन सिंह ने पुलिस की पूछताछ में दावा किया था वह रैकेट का छोटा एजेंट है। विश्वविद्यालय में शीर्ष पदों पर पदस्थ लोगों को भी धोखाधड़ी के बारे में पता था। उसने दावा किया कि ग्राहकों से मिली रकम का केवल 10% ही उसे मिलता था। विश्वविद्यालय के दूसरे लोग बाकी का पैसा रख लेते हैं। केतन ने 29 छात्रों के लिए प्रमाण पत्र हैदराबाद के महेश्वर राव को दिए थे। उसी ने इन तीनों के नाम बताए थे।
फर्जी बीटेक डिग्री सर्टिफिकेट के लिए ये छात्रों से 3 लाख रुपए लेते हैं। वहीं, बीकॉम और बीए के लिए 1.5 लाख रुपए लिए जाते हैं। बीएससी के लिए ये 1.75 लाख और एमबीए के लिए 2.75 लाख रुपये वसूले जाते हैं। भोपाल की महत्वपूर्ण खबरों के लिए कृपया bhopal news पर क्लिक करें।