Union Public Service Commission द्वारा सोमवार को रिजल्ट घोषित किया गया। मध्य प्रदेश के गुना जिले के विशाल धाकड़ ने AIR-39 हासिल करके इतिहास में अपना नाम दर्ज करा दिया। विशाल के पिता कमरलाल धाकड़ एक सामान्य मोटर मैकेनिक हैं। इलेक्ट्रिक मोटर बाइंडिंग करते हैं। अब उनका बेटा विशाल धाकड़ कलेक्टर बनकर समाज का सिस्टम ठीक करेगा।
मोटर बाइंडिंग की दुकान चलाने वाले कमर कमरलाल धाकड़ को खुद नहीं पता था कि वह अपने बेटे का भविष्य मजबूत कर रहे हैं। स्कूल टाइम में विशाल डॉक्टर बनना चाहता था। कक्षा 11 में उसने बायोलॉजी सब्जेक्ट लिया था। उसकी बड़ी बहन भी डॉक्टर बनना चाहती थी लेकिन MBBS के लिए उसका सिलेक्शन नहीं हुआ। इसके साथ ही विशाल का माइंड सेट में चेंज हो गया। उसने डिसाइड किया कि कंपटीशन एग्जाम की तैयारी करेगा।
कक्षा 12 में 92% लाने के बाद भी उसने दिल्ली विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ आर्ट्स की डिग्री के लिए एडमिशन लिया। मास्टर ऑफ आर्ट्स के एंट्रेंस टेस्ट में उसने टॉप किया। इसका फायदा यह हुआ कि सरकारी हॉस्टल मिल गया। मौका मिला तो UPSC की तैयारी शुरू कर दी। फर्स्ट अटेंप्ट में ऑल इंडिया रैंक 569 थी लेकिन विशाल को पता था कि वह सही दिशा में है। दूसरे प्रयास में 569 से डायरेक्ट 39 पर जंप किया। आज पूरे देश में विशाल धाकड़ की चर्चा हो रही है।