भोपाल। मध्यप्रदेश में मप्र बाह्यस्त्रोत विद्युत कर्मचारी संगठन और ब्रॉडकास्ट नाम की कंपनी के बीच तनाव की स्थिति बन गई है। कर्मचारी संगठन की तरफ से बताया गया है कि कंपनी के अधिकारी संगठन के पदाधिकारियों को धमका रहे हैं। आरोप लगाया गया है कि कंपनी ने आउटसोर्स कर्मचारियों से 15-15 हजार रुपए की वसूली कर ली है।
एक ऑडियो वायरल हो रहा है जो मप्र बाह्यस्त्रोत विद्युत कर्मचारी संगठन के प्रांतीय उपाध्यक्ष द्वारा रिकॉर्ड किया गया। इस ऑडियो में कॉल करने वाला व्यक्ति खुद को भारत सरकार का कमिश्नर लेवल का अधिकारी बता रहा है। वह धमका रहा है कि, कर्मचारी नेता उसके संस्थान से चौथ वसूली करना चाहते हैं इसलिए दबाव बना रहे हैं। वह व्यक्ति सीबीआई को साथ लेकर झाबुआ जाने की बात कर रहा है। यह ऑडियो करीब 10 मिनट का है।
कुल मिलाकर एक बात समझ में आ रही है कि 1 साल पहले नोएडा की किसी कंपनी ने आउटसोर्स कर्मचारियों को ट्रेनिंग देने के नाम पर 15-15 हजार रुपए की वसूली की और आज तक ट्रेनिंग नहीं दी। जब कर्मचारियों द्वारा पैसे वापस मांगे जा रहे हैं तो उन्हें धमकाया जा रहा है। एक बात और समझ आ रही है कि यह एक घोटाला है जो बिजली कंपनी के अधिकारियों के साथ मिलकर किया गया है। जिन कर्मचारियों से ट्रेनिंग के नाम पर 15-15 हजार रुपए लिए गए। उन्हें सर्टिफिकेट दिया गया और उनका बीमा भी कराया गया लेकिन ट्रेनिंग नहीं दी गई।
बिजली कंपनी के आउटसोर्स कर्मचारियों में आक्रोश नजर आ रहा है। देखना यह है कि क्या मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से इस मामले में स्थिति स्पष्ट करने के लिए कोई कार्रवाई की जाती है या फिर असंतोष और विवाद को बढ़ने के लिए छोड़ दिया जाएगा।