भोपाल। शहर में हैजा फैलने का खतरा बढ़ गया है क्योंकि शहर के कई ट्यूबवेलों से स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक दूषित पानी निकल रहा है। यह पानी देखने में गंदा नहीं है लेकिन इसमें सीवेज मिला हुआ है। पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने अपनी एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट बताती है कि शहर में 185 स्थान ऐसे हैं जहां पर इंडस्ट्री या कॉलोनी के सीवेज में खतरनाक और जानलेवा कीटाणु पाए गए हैं। नियमानुसार इस तरह की सीवेज को बिना ट्रीटमेंट के जमीन में नहीं डालना चाहिए। इस प्रकार का गंदा पानी जब जमीन के भीतर जाता है और ट्यूबवेल के जरिए वापस निकलता है। तब पानी का रंग तो साफ हो जाता है लेकिन उसके अंदर मौजूद जानलेवा खतरनाक कीटाणु खत्म नहीं होते। इनमें से कुछ ऐसे हैं जो आरओ प्यूरीफायर से भी बचकर पानी में मिले रहते हैं।
विशेषज्ञों ने बताया कि भोपाल शहर में 125 कॉलोनी आए ऐसी है जहां के सीवेज में बेहद खतरनाक स्तर के कीटाणु पाए गए हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इन कालोनियों को और एक कैटेगरी में लिस्टेड किया है। कॉलोनी की संचालक सोसाइटी और बिल्डरों को नोटिस भेजकर कहा गया है कि वह ट्रीटमेंट प्लांट लगाएं।