भोपाल। सीएम राइज स्कूलों में शिक्षकों की पदस्थापना विवाद हाई लेवल पर पहुंच गया है। समाचार लिखे जाने तक 20 शिक्षक अपनी पदस्थापना के खिलाफ हाईकोर्ट चले गए थे और शिकायत लेकर आने वाले कई शिक्षकों को डीपीआई की एडिशनल डायरेक्टर कामना आचार्य ने सस्पेंड करवा दिया।
सीएम राइज स्कूलों में शिक्षकों की पदस्थापना के विवाद पर लोक शिक्षण संचालनालय के एडिशनल डायरेक्टर डीएस कुशवाह ने बड़ा ही अजीब तर्क दिया। कहा विज्ञापन में स्पष्ट लिखा था कि मेरिट के आधार पर चयन किया जाएगा। चयन सूची मेरिट के आधार पर बनाई गई है लेकिन मेरिट के आधार पर पदस्थापना घोषित नहीं की गई थी। उल्लेखनीय है कि शासकीय नियुक्ति व्यवस्थाओं में मेरिट के आधार पर चयन सूची और चयन सूची के आधार पर पदस्थापना दी जाती है। डीपीआई ने दोनों को अलग-अलग कर दिया।
आरोप लग रहा है कि जिला शिक्षा अधिकारियों ने रिश्वत लेकर शिक्षकों को मनचाही पदस्थापना दिलवाई है। कई शिक्षकों को तो जिले के बाहर पदस्थ किया गया है। यह एक प्रकार की तंग करने वाली दंडात्मक कार्रवाई है। बताया जा रहा है कि 20 से अधिक शिक्षक अपनी पदस्थापना के खिलाफ हाईकोर्ट चले गए हैं।
डीपीआई की एडिशनल डायरेक्टर कामना आचार्य सीएम राइज स्कूलों में पदस्थापना का काम देख रही हैं। जो शिक्षक इनके पास शिकायत लेकर आए थे, बताया जा रहा है कि उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है।