Devi Ahilya Vishwavidyalaya Indore द्वारा एमबीबीएस के 2 स्टूडेंट्स को नकल के मामले में दोषी पाते हुए 2 साल के लिए डी-बार (परीक्षा के लिए प्रतिबंधित) कर दिया गया है। इसके अलावा उनके फरवरी के महीने में दिए गए पेपर भी निरस्त कर दिए गए हैं। अब दोनों स्टूडेंट्स 2025 की परीक्षा में शामिल हो पाएंगे।
फरवरी में एमजीएम मेडिकल कालेज में पुराने डी-बैच के विद्यार्थियों की एमबीबीएस थर्ड प्राफ की परीक्षा हुई। इसमें एमजीएम मेडिकल कालेज, इंडेक्स मेडिकल कालेज, अरबिंदो मेडिकल कालेज के विद्यार्थी शामिल हुए थे। इस दौरान विश्वविद्यालय के उड़नदस्ते ने केंद्र का निरीक्षण किया। गोपनीय विभाग की उपकुलसचिव रचना ठाकुर सहित तीन सदस्यीय टीम ने दो परीक्षार्थियों को नकल करते पकड़ा।
एक छात्र के पास मोबाइल फोन मिला, जो सर्जिकल ब्लूटूथ से कनेक्ट था। तब छात्र का मोबाइल चालू था, जबकि दूसरे छात्र ने अपनी बनियान में इलेक्ट्रानिक डिवाइस छुपाया था, जिसमें सिम कार्ड लगा हुआ था। वह भी सर्जिकल ब्लूटूथ से कनेक्ट मिला। इन प्रकरणों को विश्वविद्यालय ने चार सदस्यीय जांच समिति को सौंपा।