Google's advertising policy for minor users
गूगल की विज्ञापन नीति बदल गई है। दिनांक 15 अगस्त 2022 से भारत सहित कई देशों में लागू हो जाएगी। नई विज्ञापन नीति 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों पर लागू होगी। गूगल उन्हें वो विज्ञापन नहीं दिखाएगा, जो उनके ही जैसे 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों को दिखाई जाते हैं। इससे पहले गूगल कंटेंट के मामले में ऐसी ही नीति यूट्यूब पर लागू कर चुका है।
गूगल की नई विज्ञापन नीति 18 वर्ष से कम आयु के यूजर्स के लिए
The Google Ads Team की ओर से विज्ञापन दाताओं को बताया गया है कि, Google, दुनिया भर में किशोरों को दिखने वाले विज्ञापन से जुड़ी सुरक्षा नीति में नए नियम जोड़ रहा है। ये नियम, उन उपयोगकर्ताओं के Google खातों पर लागू होंगे जो डिजिटल प्लैटफ़ॉर्म के लिए सहमति देने की मान्य उम्र से जुड़ी शर्तों को तो पूरा करते हैं, लेकिन 18 साल से कम उम्र के हैं। हालांकि, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में किशोरों को दिखने वाले विज्ञापन को लेकर पहले से मौजूद सुरक्षा नीति लागू रहेगी. किशोरों के लिए लॉन्च की जा रही नई विज्ञापन नीति के तहत:
• दिलचस्पी के मुताबिक दिखाए जाने वाले विज्ञापनों की सेटिंग बंद कर दी जाएगी।
• संवेदनशील विज्ञापन क्रिएटिव कैटगरी को दिखाने की अनुमति नहीं होगी।
यह नीति 15 अगस्त, 2022 से लागू हो जाएगी। लोगों के हिसाब से विज्ञापन बनाए जाने की सुविधा, सभी प्रॉडक्ट में बंद कर दी जाएगी। साथ ही, क्रिएटिव विज्ञापन फ़िल्टर को YouTube, Google Display Ads, और Display & Video 360 पर लागू कर दिया जाएगा। यह फ़िल्टर, आने वाले समय में अन्य प्रॉडक्ट पर भी लागू होगा।
कुल मिलाकर गूगल की तरफ से उपभोक्ताओं के लिए दो प्रकार के विज्ञापन जारी किए जाएंगे। एक जो पहले की तरह सभी (बड़े और बच्चे) के लिए होंगे जबकि दूसरे ऐसे विज्ञापन जो बच्चों के लिए प्रतिबंधित रहेंगे। दरअसल, यह कुछ इस प्रकार के विज्ञापन होते हैं जो आपत्तिजनक तो नहीं होते परंतु बच्चों का ध्यान भटका देते हैं।
गूगल को कैसे पता चलेगा यूजर बच्चा है या बड़ा
गूगल अपने यूजर के बारे में जानकारी जुटाने के लिए कई प्रकार के सिग्नल का उपयोग करता है। गूगल की कोशिश होती है कि वह अपने यूजर के लिए सबसे अच्छा सेवा प्रदाता साबित हो। जीमेल अकाउंट एक ऐसा ही सिग्नल है। यूजर, जीमेल अकाउंट पर अपनी डेट ऑफ बर्थ दर्ज करते हैं। इससे गूगल को पता चल जाता है कि यूजर की आयु कितनी है।
हां यदि मम्मी पापा का मोबाइल बच्चे चलाएंगे, तो गूगल भी क्या कर पाएगा।