ग्वालियर। कांग्रेस हो या भाजपा, ग्वालियर में श्रीमंत महाराजा ज्योतिरादित्य सिंधिया का जलवा कायम रहता है। भारतीय जनता पार्टी को भी अपनी गाइडलाइन शिथिल करते हुए नगर निगम चुनाव की संभागीय चयन समिति में उनके सिपहसालार मंत्री को सह संयोजक बनाना पड़ा।
एक बार फिर साबित हो गया कि यदि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पार्टी के आम कार्यकर्ताओं के साथ घुल मिल जाते हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि जय विलास पैलेस महल का महत्व कम हो जाता है। यदि महाराज पार्टी का सम्मान करते हैं तो पार्टी को भी महाराज का ध्यान रखना पड़ेगा। ग्वालियर नगर निगम चुनाव संभागीय चयन समिति में पार्टी के नेताओं ने महाराजा की मंशा बताने वाले किसी भी नेता को शामिल नहीं किया। नतीजा, लिस्ट बदलनी पड़ी।
पार्टी की तरफ से ग्वालियर की संभागीय चयन समिति में विवेक शेजवलकर को संयोजक, लाल सिंह आर्य को सह संयोजक बनाया गया। यशोधरा राजे सिंधिया, केपी यादव, रणवीर रावत, वेदप्रकाश शर्मा, मुकेश चौधरी, अरविंद भदौरिया, शिवमंगल सिंह तोमर, जयसिंह कुशवाह, योगेश सक्सेना, दुर्गालाल विजय को सदस्य बनाया गया। नरेन्द्र सिंह तोमर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरोत्तम मिश्रा और जयभान सिंह पवैया को पदेन सदस्य बनाया गया।
जब इसकी जानकारी महाराज तक पहुंची तो लास्ट मिनट पर लिस्ट बदलनी पड़ी। ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को सह संयोजक बनाना पड़ा। भाजपा ने मध्य प्रदेश में कुल 7 संभागीय चयन समितियों की घोषणा की है। इनमें से मात्र ग्वालियर की चयन समिति ऐसी है जिसमें 2 सह संयोजक नियुक्त किए गए हैं।