भोपाल। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रिटायर होने के बाद भी सरकार को नाराज नहीं करते, क्योंकि मध्य प्रदेश में रिटायर्ड आईएएस अधिकारियों के लिए बहुत सारी कुर्सियों की व्यवस्था है परंतु राजेश बहुगुणा ने सीधा सीएम पर हमला कर दिया।
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि, कोई यह प्रश्न उठाएगा कि जब कटनी, बुरहानपुर नीमच देवास जैसे बड़े शहरों में मेडिकल कॉलेज नहीं हैं और धार,बालाघाट, शाजापुर बड़वानी खरगोन बैतूल होशंगाबाद मंदसौर टीकमगढ़ सीधी जैसे जिला मुख्यालयों में मेडिकल कॉलेज नहीं हैं तो बुधनी जो कि तहसील मुख्यालय है, में मेडिकल कॉलेज क्यों खोला जा रहा है। जनता और जनप्रतिनिधि सोए हुए हैं या वंदना में लीन हैं। नौकरशाह तो क्या कहें? उन्होंने क्या और क्यों अनुशंसा की है। क्या पहले प्राथमिकता में सभी जिला मुख्यालयों में मेडिकल कॉलेज नहीं खोले जाने चाहिए थे? क्या बुधनी की जगह सीहोर या आष्टा मेडिकल कॉलेज के लिए उपयुक्त जगह नहीं हैं।
उन्होंने आगे लिखा कि झांसी से 25 किलोमीटर और ग्वालियर से 70 किमी दूर छोटे से जिला मुख्यालय दतिया में आज से 6 वर्ष पूर्व खुले मेडिकल कालेज का हाल पता कर लें, कौव्वे बोलते हैं। सभी बीमार झांसी या ग्वालियर जाते हैं । बुधनी का भी यही हाल होना है। उल्लेखनीय है कि बुधनी, सीएम शिवराज सिंह चौहान का निर्वाचन क्षेत्र है।