इंदौर। वह जमाना गया जब माता-पिता के संस्कार बच्चों में दिखाई देते थे। कॉलेज गोइंग स्टूडेंट्स किस कारण से कितना बड़ा क्राइम कर जाएंगे कोई नहीं कह सकता। इंदौर पुलिस ने 3 लड़के और एक लड़की को गिरफ्तार किया है। चारों अच्छे परिवार से हैं। एक तो पुलिस अफसर का बेटा है। आरोप है कि चारों ने एक गैंग बनाई और आपत्तिजनक वीडियो बनाकर लोगों को ब्लैकमेल करते थे।
पुलिस अफसर का बेटा पहले खुद शिकार हुआ फिर सबको शिकार करने लगा
पुलिस ने नाम और फोटो बता दिए हैं परंतु हम नहीं छाप रहे हैं, क्योंकि यदि पुलिस की इन्वेस्टिगेशन गलत निकली तो 4 बच्चों की जिंदगी बर्बाद हो जाएगी लेकिन मामले की जानकारी सार्वजनिक करना जरूरी है। ताकि लोग सावधान रहें और पेरेंट्स इस प्रकार से डिप्रेशन में ना जाएं।
पुलिस अफसर इंदौर में पदस्थ नहीं है। एकलौता बेटा इंदौर में रहता है। उसने कंप्यूटर मांगा, हाई स्पीड वाईफाई मांगा। पढ़ाई के नाम पर जो कुछ भी मांगा पिता ने दिया। बस एक अच्छा नागरिक बनाना चाहते थे। लड़के ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि 1 साल पहले इंस्टाग्राम पर वह इसी प्रकार से ब्लैकमेलिंग का शिकार हो गया था। उसमें सारी कहानी अपनी गर्लफ्रेंड को बताइए और दोनों ने मिलकर इसी तरीके से पैसा कमाने का डिसीजन लिया।
लोगों को फंसाने के लिए क्या करते थे
लड़का और लड़की दोनों इंदौर के रहने वाले हैं जबकि उनके दो साथी रीवा के रहने वाले हैं। चारों ने मिलकर गैंग बना ली। इंटरनेट पर कई लड़कियों की प्रोफाइल बनाई जिसमें बताया गया कि लोग अपने मनोरंजन के लिए संपर्क कर सकते हैं। फीस चार्ट भी शेयर किया जाता था। इससे लोगों को विश्वास हो जाता था कि गैंग प्रोफेशनल है और गोपनीयता बनी रहेगी।
लोगों का विश्वास जीतने के बाद उनके साथ ऑडियो और वीडियो चैटिंग शुरू होती थी। इस पूरी प्रक्रिया को रिकॉर्ड कर लिया जाता था और उसके बाद ब्लैक मेलिंग का सिलसिला शुरू होता था। पुलिस ने बताया कि कॉलेज स्टूडेंट्स की इस गैंग ने अब तक 35 लोगों को ब्लैकमेल कर लिया है। एक शिकार की शिकायत पर जांच करने के बाद सभी को गिरफ्तार कर लिया गया।