सिहोरा/ जबलपुर। बरगी दाएं तट मुख्य नहर के सचुली गेट नंबर 83 पर शव उतराने की सूचना पर उसे निकालने के लिए नहर में उतरा बुजुर्ग तेज बहाव में बह गया। नहर में उतरा रहे शव को तो पुलिस ने निकाल लिया, लेकिन 36 घंटे बाद भी नहर में डूबे बुजुर्ग का पता नही चला। पूरी घटना मझगवां थाना क्षेत्र की बताई जा रही है। बुजुर्ग की खोजबीन के लिए होमगार्ड के जवान नाव से यहां से वहां भटक रहे हैं।
यह है पूरा मामला
पुलिस से हासिल जानकारी के मुताबिक 1 जून की रात को बरगी दाई तक मुख्य नहर के सचुली 83 नंबर गेट पर 32 फुट गहरी साइफन में अज्ञात व्यक्ति का शव उत्तर आ रहा था। उड़द की कटाई करने वाले किसानों ने इसकी सूचना मझगवां थाना पुलिस को दी। मौके पर पुलिस पहुंची लेकिन अंधेरा होने के कारण शव नहीं निकाला जा सका। मझगवां निवासी रतनलाल डुमार (55) शव को बाहर निकालने के लिए 32 फुट गहरी साइफन घुसा, लेकिन पैर फिसलने से वह तेज बहाव में डूब गया।
होमगार्ड के जवान नाव के सहारे कर रहे खोजबीन
बुजुर्ग की खोजबीन के लिए जबलपुर से आए होमगार्ड के जवान नाव के सहारे बुजुर्ग की खोजबीन में लगे हुए हैं लेकिन 36 घंटे बाद भी पानी नहर में डूबे बुजुर्ग का कोई भी सुराग नहीं लग पाया है। नहर में पानी का बहाव तेज होने के कारण खोजबीन में होमगार्ड के जवानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मौके पर एसडीओपी सिहोरा भावना मरावी सिहोरा, मझगवां, खितौला का अमला तैनात है। वहीं नहर में मिले अज्ञात पुरुष के शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शिनाख्त नहीं होने पर दफना दिया है।