जबलपुर। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा ने बैठक के दौरान कहा कि मानसून के दौरान बाढ़ आपदा से बचने के प्रभावी उपाय करें। इसके लिए 17 जून को शाम 5 बजे बाढ़ आपदा राहत की बैठक आयोजित की जायेगी। उन्होंने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में बाढ़ को लेकर की गई बैठक में दिये निर्देशों का पालन हो।
बारिश पूर्व मेंटनेंस के कार्य करें, कंट्रोल रूम स्थापित करें। नर्मदा, हिरन, गौर, परियट के पास रहने वाले तथा निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के व्हाट्सअप ग्रुप बनाकर बाढ़ से बचाव की मुनादी करायें। बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों की पहचानकर उस क्षेत्र में चेतावनी बोर्ड लगायें। पंचायत और ग्रामीण विकास, पुलिस, राजस्व समन्वय के साथ संयुक्त रूप से बाढ़ आपदा से बचने का कार्य करें। कलेक्टर ने कहा कि बारिश के दौरान पेयजल व्यवस्था हो, लोग दूषित पानी न पियें। क्योंकि दूषित पानी से उल्टी-दस्त जैसी बीमारियां होती हैं अत: सावधानी बरतें और जहां तक संभव हो पानी उबालकर पीयें।
स्वास्थ्य विभाग क्लोरीन सहित आवश्यक दवाईयों की व्यवस्था करे साथ ही वितरण भी करायें। सर्पदंश से बचाव के लिए आवश्यक दवाईयों की व्यवस्था भी करें तथा आकाशीय बिजली से बचने के उपायों को आमजन तक पहुंचाना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने कहा कि यदि कहीं बड़े गड्ढे हैं तो उसके समुचित उपाय करें, कहीं मकान गिरने या लोगों के दबने की घटना न हो।
कोई भी जर्जर आंगनबाड़ी में बच्चों को न बिठायें साथ ही सभी स्कूलों के अधोसंरचनात्मक स्थिति की सर्टिफिकेट बीईओ, बीआरसी, बीएसी के माध्यम से लिया जाये। उन्होंने कहा कि ग्वारीघाट व तिलवारा में वर्षाकाल के दौरान लोगों को रोकने का सिस्टम बनायें, लगातार लाउडस्पीकर के माध्यम से एनाउसमेंट करायें।
एसडीएम पाटन बगदरी वाटर फॉल में आवश्यक व्यवस्था करें ताकि कोई दुर्घटना न हो। कलेक्टर ने कहा कि आपदा के दौरान राजस्व विभाग, राहत देने में देरी न करें। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि बाढ़ आपदा से बचाव की दिशा में सभी समन्वय से कार्य करें।