भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान की कैबिनेट बैठक में प्रदेश में दो मेडिकल कॉलेज खोलने पर सहमति बनी। उज्जैन में मेडिकल कॉलेज खोले जाने की प्रशासकीय मंजूरी और और बुधनी में मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए सैद्धांतिक अनुमति दी गई है। उज्जैन में लंबे समय से मेडिकल कॉलेज खोले जाने की मांग की जा रही थी।
सरकार के प्रवक्ता और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि शिक्षा, सिंचाई, रोजगार और किसानों को लेकर महत्वपूर्ण फैसले हुए हैं। उन्होंने बताया कि 23 ब्लॉक में नए आईटीआई खोलने पर सहमति बनी है। 213 ब्लॉक में से 238 आईटीआई संचालित हैं। इसमें प्रवेश क्षमता 44 हजार 552 है। 100 ब्लॉक ऐसे हैं, जहां सरकारी आईटीआई संचालित नहीं है। 54 में निजी आईटीआई संचालित है। 46 में दोनों तरह के आईटीआई संचालित नहीं हैं। इसको लेकर 23 ब्लॉक में नए आईटीआई खोलने का निर्णय लिया है।
कैबिनेट में मुख्यमंत्री का स्वेच्छानुदान और विधायक स्वेच्छानुदान के अलावा विधायक निधि बढ़ाने का फैसला लिया गया है। सीएम स्वेच्छानुदान दो सौ करोड़ रुपए किया गया है। विधायकों का स्वेच्छानुदान भी 15 लाख रुपए से बढ़कर 50 लाख रुपए किए जाने पर सहमति बनी है। साथ ही इसमें विधायक निधि भी 1 करोड़ 85 लाख रुपए से बढ़कर ढाई करोड़ की गई है। कई विधायक सीएम से मांग कर रहे थे। पिछले बजट में राज्यपाल के अभिभाषण में इसका जिक्र हुआ और बाद में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वादा किया। इसीलिए अब इसमें बढ़ोतरी की जा रही है। इससे पहले 2016 में बढ़ोतरी की गई थी।
अशोकनगर के मुंगावली, इंदौर के सांवेर, अलीराजपुर के कहीवाड़ा, उदयगढ़, सिवनी के धनोरा, खरगोन, मुरैना के महाइगढ़, पन्ना के शाहनगर, टीकमगढ़ के पलेरा, कटनी के रीठी, रीवा के हनुमना, सतना के रामपुर बघेलान, नागोद, खंडवा के पंधाना, विदिशा के नटेरन, कुरवाई, ग्यारसपुर, गुना के बमोरी, रतलाम के पिपलौदा, जावरा, जबलपुर के कुंडम, रीवा के नईगढ़ी, आगर के मलखेड़ा में नए आईटीआई खोले जाएंगे।